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Robo Shankar Died Reason: इस एक्टर के लिए पेट की बीमारी बनी मौत का कारण…, साउथ के फेमस स्टार शंकर को भी ये बीमारी

Robo Shankar Died Reason: मशहूर कॉमेडियन और लेखक शंकर का 46 साल की उम्र में एक गंभीर बीमारी के चलते निधन हो गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्हें गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ब्लीडिंग हुई, जिसके बाद उनकी हालत तेजी से बिगड़ गई और आखिरकार मल्टी ऑर्गन फेल्योर के चलते निधन हो गया।

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भारत

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MEGHA ROY

Sep 19, 2025

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South Indian actor death 2025|फोटो सोर्स – roboshankar_official

Robo Shankar Died Reason News: साउथ इंडस्ट्री से एक दुखद खबर सामने आई है। तमिल फिल्मों के मशहूर कॉमेडियन और लेखक शंकर का 46 साल की उम्र में एक गंभीर बीमारी के चलते निधन हो गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्हें गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ब्लीडिंग हुई, जिसके बाद उनकी हालत तेजी से बिगड़ गई और आखिरकार मल्टी ऑर्गन फेल्योर के चलते उन्होंने 18 सितंबर 2025 को अंतिम सांस ली। उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें चेन्नई के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां कई दिनों से डॉक्टरों की टीम ने भरसक कोशिश की, लेकिन उनकी स्थिति में सुधार नहीं हो पाया और उनका निधन हो गया। आइए जानें उनकी इस पेट की बीमारी से जुड़ी जानकारी, ताकि आप भी सतर्क रह सकें।

गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल (GI) ब्लीडिंग क्या है?

रोबो शंकर की मौत में जिस बीमारी का जिक्र हो रहा है, वह है गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ब्लीडिंग। यह पाचन तंत्र में होने वाला खून का रिसाव है, जो कभी पेट, कभी आंतों या कभी इसोफेगस (खाद्य नली) में हो सकता है।

GI ब्लीडिंग के संभावित कारण

  • अल्सर या पेट की पुरानी बीमारी
  • लीवर से जुड़ी दिक्कतें
  • पैंक्रियाटाइटिस
  • दवाओं का अधिक इस्तेमाल
  • लंबे समय तक शराब का सेवन

इसके लक्षण

  • उल्टी में खून या कॉफी जैसे दानों जैसी उल्टी
  • काले या गहरे रंग का मल
  • पेट में तेज ऐंठन
  • थकान, कमजोरी और सांस फूलना
  • शरीर का पीला पड़ जाना

इलाज और बचाव

डॉक्टर्स के अनुसार, ऐसी स्थिति में तुरंत ICU निगरानी, ब्लड ट्रांसफ्यूजन, ऑर्गन सपोर्ट (जैसे वेंटिलेटर/डायलिसिस) और दवाओं से ही रोगी की जान बचाई जा सकती है।

  • संतुलित और पौष्टिक आहार लें
  • शराब और स्मोकिंग से दूरी बनाएं
  • ज्यादा मसालेदार और तैलीय भोजन से परहेज करें
  • हेल्थ चेकअप्स को न टालें, खासकर अगर पहले से लिवर या पेट की समस्या रही हो
  • तनाव कम करने के लिए योग, ध्यान और वॉक को जीवन का हिस्सा बनाएं

मल्टी ऑर्गन फेल्योर क्या है?

हमारा शरीर कई महत्वपूर्ण अंगों की मदद से चलता है, जैसे दिल, लिवर, किडनी और फेफड़े। अगर इनमें से एक अंग सही से काम न करे तो दूसरे अंग उस कमी को संभाल सकते हैं। लेकिन जब एक साथ दो या उससे ज्यादा अंग अचानक काम करना बंद कर दें, तो इसे मल्टी ऑर्गन फेल्योर कहा जाता है। यह स्थिति बेहद खतरनाक होती है और तुरंत मेडिकल इमरजेंसी की मांग करती है।

इसके मुख्य लक्षण

  • ब्लड प्रेशर का अचानक गिरना या बहुत बढ़ना
  • पेशाब कम होना या बंद हो जाना
  • तेज बुखार और शरीर का पीला या नीला पड़ना
  • सांस लेने में तकलीफ
  • कन्फ्यूजन या बेहोशी
  • त्वचा ठंडी और चिपचिपी होना

प्रमुख कारण

  • सेप्सिस (रक्त में संक्रमण)
  • हार्ट अटैक या स्ट्रोक जैसी आकस्मिक स्थितियां
  • गंभीर चोट या जलने (बर्न इंजरी) की स्थिति
  • पैंक्रियाटाइटिस (अग्न्याशय में सूजन)
  • लंबे समय से अनियंत्रित बीमारियां, जैसे डायबिटीज या हाई ब्लड प्रेशर
  • ऑटोइम्यून बीमारियां, जहां शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली खुद पर हमला करती है

इलाज के विकल्प

  • गंभीर स्थिति में ICU में भर्ती और लगातार निगरानी
  • जीवन रक्षक प्रणाली जैसे वेंटिलेटर या डायलिसिस का उपयोग
  • संक्रमण के लिए एंटीबायोटिक्स और अन्य आवश्यक दवाएं
  • सूजन को नियंत्रित करने के लिए स्टेरॉयड्स का प्रयोग
  • प्रतिरक्षा प्रणाली को संतुलित करने के लिए इम्यून मॉड्यूलेटरी थेरेपी