कॉर्न फ्लोर में कार्बोहाइड्रेट की अधिक मात्रा पाई जाती है, इस कारण से डायबिटीज के मरीजों के लिए कॉर्नफ्लोर के कम से कम सेवन की सलाह दी जाती है। वरना यह उनकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों के लिए तो कॉर्नफ्लोर बहुत ही हानिकारक होता है।
2. हृदय के लिए नुकसानदायक
कॉर्नफ्लोर यानी मक्के के आटे में काफी मात्रा में कोलेस्ट्रॉल और उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स मौजूद होने के कारण इसका अधिक सेवन आपके हृदय के लिए नुकसानदायक हो सकता है। क्योंकि शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने से हृदय रोगों का खतरा भी बढ़ जाता है।
3. बढ़ सकता है वजन
कॉर्नफ्लोर में कैलोरी अधिक मात्रा में पाई जाती है। इसलिए इसका अधिक सेवन आपके शरीर पर चर्बी की एक मोटी परत जमाने अथवा आपका वजन बढ़ाने का कारण बन सकता है। खासतौर पर जो लोग पहले से ही अपने बढ़े हुए वजन और मोटापे को लेकर परेशान हैं, उन्हें तो कॉर्नफ्लोर का सेवन बड़ा संभलकर करना चाहिए।
4. उच्च रक्तचाप की समस्या
कॉर्नफ्लोर का इस्तेमाल करने से यह आपके खाने का स्वाद तो बढ़ा देता है, परंतु इसकी अधिक मात्रा आपके स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह हो सकती है। आपको बता दें कि कॉर्नफ्लोर का अधिक सेवन शरीर में उच्च रक्तचाप का कारण बन सकता है। इसलिए सावधानी बरतने की आवश्यकता है।