मुस्कान देख मिल जाती फीस
सुप्रीत कहती हैं कि 25 साल से वह हॉर्ट सर्जरी कर रही हैं, पर उन्हें जो सुकून इन 50 सर्जरी के बाद मिला वह शायद किसी में नहीं था। भले ही उन्हें इसकी फीस नहीं मिली पर सर्जरी के बाद मरीज के चेहरे की मुस्कान देख उन्हें ऐसा लगा जैसे उन्हें दुनिया की दौलत मिल गई हो। उपचार के साथ ही डॉ. सुप्रीत मरीजों को निशुल्क दवा उपलब्ध करवाने का काम भी कर रही हैं।
कोमल धनेसर