-घुटने में- 7.2 से 50 फीसदी
-पैर का निचला हिस्सा (घुटने से नीचे)- 9.0 से 32.2 फीसदी
-पांव का ऊपरी हिस्से में (घुटने से ऊपर)- 3.4 से 38.1 फीसदी
-पांव में (फूट)- 5.7 से 39.3 फीसदी
-टखना (एंकल्स)- 3.9 से 16.6 फीसदी
-कूल्हे, अस्थि मेखला (पेल्विस) और कमर- 3.3 से 11.5 फीसदी
-लोअर बैक- 5.3 से 19.1 फीसदी
दौड़ते समय सबसे कॉमन इंजरीज
01. धावक का घुटना (Patellofemoral Syndrome)
पेटेलोफेमोरल सिंड्रोम घुटने से जुड़ी सामान्यइंजरी है जो आपके घुटने के सामने या उसके आसपास दर्द का कारण होती है। यह एक सामान्य चोट है जो आमतौर पर दौडऩे या कूदने के दौरान लगती है। इससे कूल्हों की हड्डियों में फ्रैक्चर या आपके घुटने के आसपास की मांसपेशियों को जोखिम में डाल सकती हैं। इससे धावक को असहनीय दर्द हो सकता है। दर्द का यह सिलसिला हल्के से लेकर बहुत दर्दनाक तक हो सकता है। ऐसा लंबे समय तक बैठने या व्यायाम करने से भी हो जाता है। इतना ही नहीं कूदने, सीढियां चढऩे और बहुत ज्यादा देर तक लगातार बैठने पर भी खराब हो सकता है।
अखिलीस टेंडिनिटिस एड़ी के पीछे की मांसपेशियों में सूजन की ओर इशारा करता है। यह टखने की पीछे की मांसपेशियोंं को एड़ी से जोडऩे का काम करता है। यहि सूजन बहुत ज्यादा दौडऩे या बहुत तेज दौडऩे से भी हो सकती है। अगर समय पर इसका इलाज न करवाया जाए तो अखिलीस टेंडिनिटिस काफ मसल्स और एंकल के बीच की मांसपेशियों में इतनी सूजन आ जाएगी कि पांव जमीन पर रखना भी मुश्किल हो जाएगा। अगर इसकी मांसपेशियों में लगातार सूजन बनी हुई तो इसे ठीक करने के लिए आमतौर पर सर्जरी की आवश्यकता होती है। इसके सामान्य लक्षणों में शामिल हैं एड़ी के ऊपर निचले पैर में लगातार दर्द रहना, एड़ी में सूजन, तेज न दौड़ पाना इत्यादि।
इलियोटिबियल बैंड जिसे आमतौर पर आईटी बैंड कहा जाता है, हमारे कमर के नीचे का एक कनेक्टिव टिश्यू है जो हमारे बाहरी कूल्हे से घुटने को जोडऩे का काम करता है। जब हम चलते या दौड़ रहे होते हैं तो ऊतकों का यह समूह हमारे घुटने को स्थिर करने में मदद करते हैं। आईटी बैंड सिंड्रोम दरअसल, पैर की हड्डी के साथ आईटी बैंड के साथ लगातार रगड़ के कारण होता है। यह धावकों में बहुत आम इंजरी है। कमजोर मांसपेशियां, एब्डोमिनल या कूल्हे भी इसके कारण हो सकते हैं। आईटी बैंड सिंड्रोम पैर के बाहरी तरफ या आमतौर पर हमारे घुटने के ऊपर तेज दर्द का कारण बन सकता है।
शिन स्प्लिंट्स भी धावकों को होने वाला एक सामान्य दर्द है जो आमतौर पर पिंडली और या पांव के निचले हिस्से में होता है। शिन स्प्लिंट्स तब हो सकता है जब आप अपने रनिंग वॉल्यूम को बहुत तेज़ी से बढ़ाते हैं, खासकर जब हार्ड सतहों पर दौड़ते हैं। ज्यादातर मामलों में शिन स्प्लिन्ट गंभीर इंजरी नहीं है लेकिन लापरवाही करने पर यह फैक्चर का रूप भी ले सकती है। इसके प्रमुख लक्षण में पिंडलियों में ऐंठन और तेज के लक्षण हो सकते हैं। यह दर्द व्यायाम करने या चलने-फिरने के दौरान और बढ़ जाता है। इसके अलावा हल्की सूजन भी शिन स्प्लिंट्स का लक्षण है।
तेजी से चलते या दौड़ते के दौरान हैमस्ट्रिंग मांसपेशियों में खिंचाव के कारण पांव के निचले हिस्से में तकलीफ हो सकती है। वे लोग जिनका हैमस्ट्रिंग में खिंचाव है, कमजोर या थके हुए हैं उन्हें इस इंजरी के होने का खतरा अधिक होता है। स्प्रिंटर्स के विपरीत यह हैमस्ट्रिंग्स इंजरी मैराथन धावकों में सामान्य है। ज्यादातर समय तक लंबी दूरी के धावक हैमस्ट्रिंग के अलग-अलग स्तर और प्रकार का अनुभव करते हैं जो धीरे-धीरे महसूस होता है। अगर आपको भी हैमस्ट्रिंग की चोट है तो आप अपने पांव के ऊपरी पिछले हिस्से में हल्का दर्द अनुभव करेंगे।
प्लांटार फैसिसाइटिस पैर की सबसे आम चोटों में से एक है। इसमें ऊतक में जलन या चरपराहट सी महसूस होती है, खासकर पैरों के तलवों में। जब हम चलते या दौड़ते हैं तो ऊतकों की यह परत एक स्प्रिंग की तरह काम करती है। जो हमारेचलने की गति को बढ़ाती है। लेकिन ऐसा लगातार करने पर मांसपेशियों में जकडऩ या काफ मसल्स में कमजोरी आ जाती है जिससे प्लांटर फैसिसाइटिस हो सकता है। इसके सामान्य लक्षणों में एड़ी या मिडफुट के नीचे दर्द होना, पैर के तलवों में जलन, खासकर सुबह-सुबह बहुत ज्यादा होना और लंबे समय तक दौडऩे या चलने पर दर्द महसूस होना है।
पैर में होने वाली एक और सामान्य इंजरी है स्ट्रैस फै्रक्चर्स जो दरअसल, एक हेयरलाइन दरार होती है जो रिपीटिटिव स्ट्रैस या प्रभाव के कारण पांव की विभिन्न हड्डियों में बनता है। धावकों के लिए आमतौर पर स्ट्रैस फै्रक्चर्स पैर के शीर्ष भाग, एड़ी या निचले हिस्से में होता है। अगर आपको लगे कि आपके पांव में स्ट्रैस फै्रक्चर्स है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। इसके लक्षणों में आमतौर पर लगातार दर्द महसूस होना, फ्रैक्चर वाले एरिया मेंसूजन, चोट या मांसपेशिों का नर्म पड़ जाना सबसे कॉमन लक्षण है। सामान्यत: एक स्ट्रैस फै्रक्चर को ठीक होने में 6 से 8 सप्ताह लगते हैं।
टखने की मोच आपके पैर और टखने के बीच के स्नायुबंधन को ओवरस्ट्रेच करने के कारण होती है। मोच अक्सर तब होती है जब आप अपने पैर के बाहरी हिस्से पर ज्यादा दबाव देते हैं या अपने टखने को ऊपर की ओर मोड़ते हैं। टखने में मोच से जुड़े सामान्य लक्षणों में दर्द, सूजन, चोट और तेज दौड़ पाने में असमर्थता शामिल हैं। ज्यादातर मौकों पर टखने की मोच को ठीक होने में सप्ताह या महीने लग सकते हैं।