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खेलते हुए बच्चों का दिमाग भी बड़ों की तरह दौड़ता है

जब छोटे बच्चे वयस्क के साथ खेलते हैं तो बोलकर अपनी पूरी बात भले ही ना कह पाएं लेकिन बच्चों का दिमाग वयस्क की तरह ही काम करता है।

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खेलते हुए बच्चों का दिमाग भी बड़ों की तरह दौड़ता है

खेलते हुए बच्चों का दिमाग भी बड़ों की तरह दौड़ता है

जब छोटे बच्चे वयस्क के साथ खेलते हैं तो बोलकर अपनी पूरी बात भले ही ना कह पाएं लेकिन बच्चों का दिमाग वयस्क की तरह ही काम करता है। बच्चे, वयस्क की चाल को समझते हैं। इस बात की पुष्टि प्रिंस्टन न्यूरोसाइंस इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं ने की है। शोध का मकसद यह देखना था कि बच्चे कैसे सीखते हैं। बच्चों में यह प्रक्रिया पहले साल से ही शुरू हो जाती है। वयस्कों की तरह ही बच्चों के मस्तिष्क में भी न्यूरॉन्स सक्रिय होते हैं। शोध में 9 माह से 15 माह तक के बच्चे शामिल किए गए।
एक्सपर्ट कमेंट
खेल-खेल में बच्चे का वयस्कों की चाल को समझना अच्छी बात है। इससे पता चलता है कि बच्चा सीखने लगा है। इसलिए बच्चों को ज्यादा से ज्यादा समय देना चाहिए ताकि उनके मस्तिष्क का सही विकास हो सके। उन्हें खेल के लिए भी प्रोत्साहित करें।
डॉ. कपिल गर्ग, वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ, जेके लोन हॉस्पिटल, जयपुर