
Cancer Warning Signs : पेट की ये साधारण परेशानी बन सकती है कैंसर का कारण (फोटो सोर्स : Freepik)
Cancer Warning Signs : सीने में जलन को अक्सर लोग मामूली गैस या ज्यादा चटपटा खाने का असर मानकर इग्नोर ही कर देते हैं। सोचते हैं कुछ नहीं आज जरा ज्यादा तीखा खा लिया होगा इस वजह से हो रहा है। ऐसी बातें सुनने को मिलती हैं। लेकिन जरा सोचो अगर यही जलन बार-बार होती है क्या तब भी इसे हल्के में लेना चाहिए? सीधी बात है ये जो एसिडिटी की फीलिंग अक्सर होती रहती है वही कई बार भोजन नली या ग्रासनली (Esophagus) के कैंसर का रेड फ्लैग भी हो सकती है। बार-बार सीने में जलन आना, जिसे लोग छोटा-मोटा मामला समझकर टाल देते हैं असल में घातक कैंसर की दस्तक हो सकती है। इसलिए लक्षणों को सीरियसली लेना चाहिए शुरुआत में पहचान में आ जाएगा तो इलाज के चांस भी बढ़ जाते हैं।
भोजन नली या अन्नप्रणाली कैंसर (Esophageal Cancer) उस नली में विकसित होने वाला कैंसर है जो गले से पेट तक भोजन पहुंचाती है। यह विश्व स्तर पर दसवां सबसे आम कैंसर है। यह दो मुख्य प्रकार का होता है:
स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा: यह कैंसर भोजन नली की परत बनाने वाली सपाट कोशिकाओं में शुरू होता है।
एडेनोकार्सिनोमा: यह कैंसर उन कोशिकाओं में शुरू होता है जो बलगम और अन्य तरल पदार्थ बनाती और छोड़ती हैं।
How Cancer Cells Spread in the Body
अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के अनुसार भोजन नली का कैंसर (Esophageal Cancer) ज्यादातर तब पकड़ में आता है जब लक्षण दिखने लगते हैं। शुरू-शुरू में तो ये बड़ा छुपा रुस्तम रहता है कोई खास लक्षण वगैरह नहीं दिखते कुछ पता ही नहीं चलता। और यही इसकी चालाकी है। इसी वजह से ये ज्यादा घातक बन जाता है। जब तक लक्षण पूरी तरह दिखते हैं तब तक मामला अक्सर हाथ से निकल चुका होता है, कैंसर काफी आगे बढ़ जाता है। वैसे कुछ आम लक्षण हैं जिन पर फौरन ध्यान देना चाहिए:
- गले या पीठ में दर्द, छाती के पीछे, या कंधों के बीच दर्द।
- खाना निगलने में कठिनाई (यह सबसे आम और महत्वपूर्ण लक्षण है)।
- सीने में दर्द या बेचैनी।
- उल्टी या खून वाली खांसी।
- बार-बार सीने में जलन (जो अब सामान्य से अधिक हो)।
- आवाज में बदलाव या भारीपन (खासकर यदि यह लंबे समय तक रहे)।
- बिना किसी कारण के वजन कम होना।
सीने में जलन या हार्टबर्न ये तब होता है जब पेट का एसिड वापस ऊपर अन्नप्रणाली में घुस आता है। कभी-कभी हो जाए तो ठीक है कोई बड़ी बात नहीं, लेकिन अगर हर दूसरे दिन यही हो हो रहा है तो ये सीधा GERD (गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज) का मामला हो सकता है। इसमें पेट का एसिड मानो रास्ता भटककर बार-बार ऊपर चला जाता है और फिर शुरू होती हैं असली दिक्कतें।
अब अगर ये GERD सालों-साल चलता रहा, तो ‘बैरेट एसोफेगस’ नाम की नयी मुसीबत सिर पर आ सकती है। इसमें अन्नप्रणाली की अंदरूनी परत ही बदल जाती है। ये बदलाव आगे चलकर अन्नप्रणाली के एडेनोकार्सिनोमा ((Esophageal Cancer)) का खतरा बढ़ा देते हैं। जब एसिड रोज-रोज अन्नप्रणाली को तंग करता है तो कोशिकाओं में गड़बड़ी शुरू हो जाती है। धीरे-धीरे ये गड़बड़ी पहले प्रीकैंसर बनती है और कभी-कभी तो सचमुच कैंसर में बदल जाती है। सबकुछ एकदम फटाफट नहीं होता लेकिन अगर एसिड रिफ्लक्स को हल्के में लिया तो दिक्कत बढ़ती ही जाएगी।
सीने में जलन हो रही है तो इसे नजरअंदाज बिलकुल भी न करें । ये कोई मामूली पेट का मसला नहीं है कई बार तो बॉडी सीरियस अलार्म बजा रही होती है। बॉडी क्या इशारा कर रही है उस पर ध्यान देना चाहिए। कोई भी अजीब या बार-बार होने वाला लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर से मिलो।
Published on:
01 Jul 2025 10:39 am
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