
Thyroid pain area फोटो सोर्स – Freepik
Thyroid Symptoms: थायराइड एक छोटी सी ग्रंथि (Gland) है, जो हमारे गले में होती है, लेकिन इसका असर पूरे शरीर पर पड़ता है। यह ग्रंथि हॉर्मोन बनाकर शरीर की ऊर्जा, वजन, पाचन और दिल की धड़कन को नियंत्रित करती है। जब थायराइड ठीक से काम नहीं करता, तो शरीर कई तरह से संकेत देने लगता है, खासतौर पर दर्द के रूप में। अगर इन संकेतों को समय रहते पहचान लिया जाए, तो इलाज आसान हो सकता है।आइए जानते हैं थायराइड होने पर शरीर में क्या लक्षण नजर आते हैं।
थायराइड एक हॉर्मोन बनाने वाली ग्रंथि है, जो शरीर की गतिविधियों को नियंत्रित करती है। जब यह कम या ज्यादा हॉर्मोन बनाती है, तो उसे हाइपोथायराइड या हाइपरथायराइड कहा जाता है। दोनों ही स्थितियों में शरीर में थकान, वजन में बदलाव और कई हिस्सों में दर्द महसूस हो सकता है।
गर्दन में दर्द या सूजन
गर्दन के सामने या गले के पास सूजन, दर्द या गांठ महसूस होना थायराइड की समस्या का संकेत हो सकता है। यह स्थिति तब होती है जब थायराइड ग्रंथि सूज जाती है। इसके कारण आवाज भारी लग सकती है या निगलने में परेशानी हो सकती है। यदि यह समस्या बनी रहती है, तो तुरंत जांच करवाना जरूरी है।
हॉर्मोनल असंतुलन के कारण मांसपेशियों में जकड़न, अकड़न और दर्द हो सकता है। हाथ-पैरों में खिंचाव, झनझनाहट या थकावट जैसे लक्षण सामान्य हैं। विटामिन डी और कैल्शियम की कमी इस समस्या को और बढ़ा सकती है। हल्की एक्सरसाइज और संतुलित आहार से राहत मिल सकती है।
थायराइड के कारण शरीर की ऊर्जा घट जाती है, जिससे पीठ और कमर में भारीपन या दर्द महसूस हो सकता है। लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठे रहना या गलत पोस्चर इस दर्द को और बढ़ा सकता है। योग और स्ट्रेचिंग फायदेमंद हो सकते हैं।
नसों पर असर पड़ने के कारण पैरों में जलन, झनझनाहट या सुन्नता जैसी समस्या हो सकती है। इसे मेडिकल भाषा में न्यूरोपैथी कहा जाता है और यह थायराइड रोगियों में आम है। रक्त संचार में बाधा भी इसका कारण बन सकती है।
हॉर्मोनल उतार-चढ़ाव से सिर दर्द, भारीपन या माइग्रेन हो सकता है। यह दर्द कभी-कभी बहुत तीव्र होता है और इसके साथ चक्कर या मतली भी हो सकती है। हॉर्मोन बैलेंस बनाए रखने के लिए डॉक्टरी सलाह जरूरी है।
अगर आपको लगातार थकान, वजन में उतार-चढ़ाव, बाल झड़ना या ऊपर बताए गए लक्षणों में से कोई भी महसूस हो, तो बिना देरी किए थायराइड टेस्ट करवाएं। समय पर इलाज और डॉक्टर की सलाह से इस समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Updated on:
07 Jul 2025 11:02 am
Published on:
07 Jul 2025 10:36 am
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