
अरे क्या करें लाइफस्टाइल ही ऐसी है... एक्सरसाइज का टाइम ही नहीं मिलता। मोटापा बढ़ता जा रहा है। डाइजेशन ठीक नहीं रहता। बेक और नेक पेन होता रहता है। आजकल ज्यादातर लोगों से यही सुनने में आता है। उन सभी को ताली बजानी चाहिए। जी हां, ताली बजाने के एक नहीं कई फायदे हैं।
आरती या भजन गाते समय ताली बजाने के अलावा दिन में कई बार ताली बजाएं। साइंस यह प्रूव करता है कि सेहत के लिए ताली बजाना बेहद लाभकारी है। ताली बजाने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढऩे से बीमार कम पड़ते हैं।
हार्ट और लंग्स डिजीज को ठीक करने में ताली बजाना बेहद लाभकारी है। बच्चों के लिए यह एक बेस्ट एक्सरसाइज है। ताली बजाने से बच्चों का दिमाग शार्प होता है। हैंड राइटिंग भी ठीक होती है।
प्रतिदिन यदि नियमित रूप से कम से कम 1 या 2 मिनट ताली बजाई जाए, तो शरीर रोगों के आक्रमण से बचने की क्षमता प्राप्त कर लेता है। डाइजेशन भी सही रहता है। बेक, नेक और जॉइंट के पेन में आराम मिलता है।
एक्यूप्रेशर चिकित्सा विज्ञान की दृष्टि से देखा जाए तो हाथ की हथेलियों में शरीर के सभी आन्तरिक उत्सर्जन संस्थानों के बिन्दु होते हैं व ताली बजाने से जब इन बिन्दुओं पर बार-बार दबाव पड़ता है तो सभी आन्तरिक संस्थान ऊर्जा पाकर अपना काम सुचारू रूप से करते हैं। जिससे शरीर स्वस्थ और निरोग बनता है।
ताली बजाने मोटापा कम होता है। और तो और वात, पित्त, कफ का संतुलन ठीक रहता है। ताली बजाने की एक सही प्रक्रिया होती है। उसे फॉलो कर रोगों से छुटकारा पाया जा सकता है।
ऐसे करें
डाइजेस्टिव डिसऑर्डर को ठीक करने के लिए सीधे हाथ की चार अंगुलियों को बाएं हाथ की हथेली पर बजाएं। ऐसा सुबह 15 मिनट लगातार करें।
नेक, बेक और जॉइंट पेन के लिए इस तरह ताली बजाएं कि दोनों हाथों की अंगुलियां और हथेलियां एक-दूसरे से प्रोपर टकराएं।
Published on:
27 Mar 2015 07:01 am
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