विटामिन सी वाटर सॉलेबल विटामिन होता है। ये शरीर में टिकता नहीं है, इसलिए इसकी जरूरत रोज ही होती है। कोरोना जैसे इंफेक्शन से लड़ने के लिए सभी को रोज विटामिन सी लेना चाहिए। पुरुषों को 90 मिलीग्राम और महिलाओं को 75 मिलीग्राम विटामिन-सी रोज लेना चाहिए। वहीं अगर आपमें विटामिन सी की ज्यादा कमी है या आप विटामिन सी डिफिशियंसी से गुजर हरे तो आपको 1000 मिलीग्राम तक विटामिन-C लेने की जरूरत हो सकती है।
विटामिन सी की कमी के संकेत- signs of vitamin c deficiency घाव का धीरे भरना- विटामिन सी शरीर में कम होगा तो चोट या घाव जल्दी नहीं भरते। असल में विटामिन सी की कमी से खून और ऊतकों का काम सही से नहीं हो पाता, जो शरीर को कोलेजन बनाते हैं। कोलेजन एक तरह का प्रोटीन है जो स्किन रिपेयर का काम करता है। वहीं, विटामिन सी न्यूट्रोफिल को भी हेल्प करता है। ये न्यूट्रोफिल सफेद रक्त कोशिकाएं होती हैं जो संक्रमण से लड़ती हैं।
मसूड़ों से खून आना- मसूड़े, नाक या दांत से खून बहना भी विटामिन सी की कमी को बताता है। रक्त वाहिकाओं को विटामिन सी स्वस्थ रखता है और दांतों और मसूड़ों की मजबूती के लिए भी कोलेजन जरूरी है। जब इसकी कमी होने लगती है तो खून बहने लगता है।
वजन बढ़ना- जी हां विटामिन सी की कमी से भी वेट बढ़ता है। खासतौर पेट की चर्बी अगर बढ़ती जा रही तो ये इसकी कमी बताती है। विटामिन सी बॉडी के फैट को एनर्जी में बदलता है।
रूखी, झुर्रीदार त्वचा- विटामिन C की कमी से त्वजा रूखी और बेजान हो जाती है। इसके अलावा त्वचा पर झुर्रियां और मुहांसे भी आने लगते हैं। वहीं जो लोग विटामिन C से भरपूर डाइट लेते हैं उनकी स्किन चिकनी और मुलायम होती है। विटामिन C एक एंटीऑक्सीडेंट है जो त्वचा को फ्री रेडिकल्स से बचाने में मदद करता है।
थकान और चिड़चिड़ापन और खराब मूड- विटामिन C की कमी से हर वक्त थकान और चिड़चिड़ापन महसूस होता है। विटामिन सी की कमी से इनमें ज्यादा थकान होती है। चिड़चिड़ेपन और मूड खराब रहने के पीछे भी यही विटामिन होता है।
कमजोर इम्यूनिटी- विटामिन सी की कमी से इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है। इसकी वजह से आप बार-बार बीमार पड़ सकते हैं और ठीक होने में लंबा वक्त लग सकता है।इस विटामिन की कमी से निमोनिया और ब्लैडर इन्फेक्शन जैसे बीमारियां ज्यादा होती हैं।
आंखों का कमजोर होना- अगर आपकी आंखें उम्र के साथ कमजोर हो रही हैं तो विटामिन सी और अन्य एंटीऑक्सीडेंट की कमी से ये और जल्द खराब हो सकती हैं। डाइट के जरिए विटामिन सी लेने से मोतियाबिंद की संभावना कम हो जाती है।
स्कर्वी रोग- विटामिन C की कमी से कई लोगों को स्कर्वी रोग भी हो जाता है। इसकी वजह से मरीजों में कमजोरी, थकावट, दांतों का ढीला होना, कमजोर नाखून, जोड़ों में दर्द और बाल झड़ने जैसी समस्याएं होने लगती हैं।
विटामिन सी का काम-Functions of Vitamin C
एक एंटीऑक्सिडेंट के रूप में विटामिन सी काम करता है। साथ ही ये रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। अगर विटामिन सी का सेवन कई हफ्तों तक रोजाना लगभग 10 मिलीग्राम से कम हो जाए, तो ही इसकी कमी के लक्षण प्रकट होते हैं।
एक एंटीऑक्सिडेंट के रूप में विटामिन सी काम करता है। साथ ही ये रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। अगर विटामिन सी का सेवन कई हफ्तों तक रोजाना लगभग 10 मिलीग्राम से कम हो जाए, तो ही इसकी कमी के लक्षण प्रकट होते हैं।
शरीर में विटामिन C की कमी को कैसे पूरा करें-How to complete Vitamin C deficiency in the body ज्यादातर खट्टी चीजों में विटामिन-सी मौजूद होता है। ऐसे में चकोतरा, संतरा, कीवी, नींबू, केला, ब्रोकली, स्ट्रॉबेरी, अंगूर, टमाटर, अमरूद, आंवला, शलगम, मूली के पत्ते, मुनक्का, दूध, चुकंदर, चौलाई, बंदगोभी और शिमला मिर्च आदि में प्रचुर मात्रा में विटामिन-सी पाया जाता है।
डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।