5 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

CORONA VACCINE : किन चार कैटेगिरी के लोगों को सबसे पहले लगेगी कोरोना वैक्सीन

कोरोना वैक्सीन को लेकर खुशखबरी है। सरकार पहले चरण में वैक्सीन के लिए 30 करोड़ लोगों की सूची तैयार कर रही है। इसके लिए 60 करोड़ टीके लगेंगे। यह सूची अक्टूबर के आखिर या नवंबर की शुरुआत तक तैयार हो सकती है।

less than 1 minute read
Google source verification
CORONA VACCINE : किन चार कैटेगिरी के लोगों को सबसे पहले लगेगी कोरोना वैक्सीन

नई दिल्ली. सरकार पहले चरण में कोरोना वैक्सीन (CORONA VACCINE) के लिए 30 करोड़ लोगों की सूची तैयार कर रही है। इसके लिए 60 करोड़ टीके लगेंगे। यह सूची अक्टूबर के आखिर या नवंबर की शुरुआत तक तैयार हो सकती है। नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी.के. पॉल की अगुवाई वाले इस ग्रुप के अनुसार पहले चरण में देश की 23 प्रतिशत आबादी को कवर किया जाएगा। टीके की स्टॉक पोजिशन, स्टोरेज सुविधा, जियोटैग स्वास्थ्य केंद्र को ट्रैक करने की भी व्यवस्था होगी।

कौन होगा शामिल
पहले चरण में चार श्रेणी के लोगों को शामिल किया जाएगा। जो निम्नवत है।
पहली कैटेगरी :

50-70 लाख स्वास्थ्य सेवा से जुड़े कर्मी (सरकारी व निजी) जो कोविड सेवा दे रहे।
दूसरी कैटेगरी :

1.5-2 करोड़ से ज्यादा फ्रंटलाइन वर्कर (सेना, पुलिस, शिक्षक पब्लिक ट्रांसपोर्ट)
तीसरी कैटेगिरी :

50 साल से ज्यादा उम्र वाले करीब 26 करोड़ लोग शामिल होंगे।
चौथी कैटेगिरी :

50 साल से कम उम्र के ऐसे लोग जो डायबिटीज, हार्ट, कैंसर से जुड़ी बीमारियों से ग्रस्त हैं। ऐसे लोगों की संख्या करीब दो करोड़ है।

डब्ल्यूएचओ (WHO) ने कहा-कोरोना के इलाज में प्रयोग हो रहीं दवाएं बेअसर
जिनेवा. कोरोना संक्रमितों के इलाज को लेकर प्रयोग की जा रही रेमडेसिविर (REMEDESIVIR) दवा का बेहद कम प्रभाव रहा है। यह दुनियाभर में बड़े स्तर पर किए गए अलग-अलग अध्ययनों से निर्णायक सबूत मिले हैं। यह गंभीर मरीजों पर बिल्कुल कारगर साबित नहीं हुई। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (DONALD TRUMPH CORONA INFECTED) के संक्रमित होने पर भी इसका प्रयोग किया गया था। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि छह माह तक चले परीक्षणों के नतीजों की घोषणा की। अध्ययन में रेमडेसिविर के अलावा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन (HYDROXYCHLOROQUINE), लोपिनाविर/रिटोनाविर और इंटरफेरोन का कोविड-19 मरीजों पर या तो बेहद कम असर हुआ अथवा बिल्कुल भी कारगर साबित नहीं हुईं।