विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताया कि पहली बार 7 मई को ब्रिटेन ने एक पुष्ट मंकीपॉक्स मामले की सूचना दी थी। इसके बाद बीमारी के 550 से अधिक पुष्ट मामलों की पुष्टि पश्चिम और मध्य अफ्रीकी देशों के बाहर 30 देशों में की गई है।
"स्पष्ट रूप से चिंता का कारण है"
संयुक्त देश की स्वास्थ्य एजेंसी के शीर्ष रोसमंड लेविस मंकीपॉक्स जानकर ने कहा कि यूरोप और अन्य राष्ट्रों में इतने सारे मंकीपॉक्स मामले की उपस्थिति "स्पष्ट रूप से चिंता का कारण है" और यह कुछ समय के लिए अनडिटेक्टेड ट्रांसमिशन का सुझाव देती है।" रोसमंड लेविस ने कहा, कि हम नही जानते हैं कि ये कितने समय के लिए है और नही ये जानते हैं कि क्या इसमें बहुत देर हो चुकी है या नहीं।
संयुक्त देश की स्वास्थ्य एजेंसी के शीर्ष रोसमंड लेविस मंकीपॉक्स जानकर ने कहा कि यूरोप और अन्य राष्ट्रों में इतने सारे मंकीपॉक्स मामले की उपस्थिति "स्पष्ट रूप से चिंता का कारण है" और यह कुछ समय के लिए अनडिटेक्टेड ट्रांसमिशन का सुझाव देती है।" रोसमंड लेविस ने कहा, कि हम नही जानते हैं कि ये कितने समय के लिए है और नही ये जानते हैं कि क्या इसमें बहुत देर हो चुकी है या नहीं।
मंकीपॉक्स कम गंभीर वाली बीमारी है
मंकीपॉक्स चेचक से संबंधित है। 1980 में खत्म होने से पहले चेचक ने हर साल दुनियाभर में लाखों लोगों की जान ले ली थी। हालांकि मंकीपॉक्स सामने से फैलता है, जो बहुत कम खतरनाक बीमारी होता है। जिसमें चिकनपॉक्स की तरह दाने होते हैं और तेज बुखार होते हैं, जो कुछ हफ्तों में सही हो जाते हैं। मंकीपॉक्स को रोकने में चेचक के टीके 85% प्रभावी पाए गए हैं। अभी तक मंकीपॉक्स से मृत्यु की दर काफी कम पाई गई है और और स्थानिक देशों के बाहर भी अब तक मृत्यु की कोई मामला नहीं पाई गई है।
मंकीपॉक्स चेचक से संबंधित है। 1980 में खत्म होने से पहले चेचक ने हर साल दुनियाभर में लाखों लोगों की जान ले ली थी। हालांकि मंकीपॉक्स सामने से फैलता है, जो बहुत कम खतरनाक बीमारी होता है। जिसमें चिकनपॉक्स की तरह दाने होते हैं और तेज बुखार होते हैं, जो कुछ हफ्तों में सही हो जाते हैं। मंकीपॉक्स को रोकने में चेचक के टीके 85% प्रभावी पाए गए हैं। अभी तक मंकीपॉक्स से मृत्यु की दर काफी कम पाई गई है और और स्थानिक देशों के बाहर भी अब तक मृत्यु की कोई मामला नहीं पाई गई है।
डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल सामान्य जानकारी प्रदान करते हैं। इन्हें आजमाने से पहले किसी विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक से सलाह जरूर लें। 'पत्रिका' इसके लिए उत्तरदायी नहीं है।