यह पूरा विवाद तब शुरू हुआ जब इस एपिसोड में ‘भारतीय राष्ट्रवादियों’ को आतंकी के तौर पर पेश किया गया। उस एपिसोड में प्रियंका ने भी खास किरदार पेश किया। लेकिन उनके माफी मांगने के बाद भी खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। सोशल मीडिया पर अभी भी लोगों का गुस्सा चरम पर है। बात इतनी बड़ चुकी है कि कुछ यूजर्स प्रियंका को पाकिस्तान तक भेजने की मांग कर रहे हैं। लोग चाहते हैं कि प्रियंका बॉलीवुड फिल्मों से बैन हो जाएं।
यहां तक तो ठीक था लेकिन इन सभी के बीच प्रियंका चोपड़ा के एक ट्विटर पोस्ट पर दुबई रेस्तरां रंग महल के एक भारतीय मिशेलिन-स्टार शेफ अतुल कोचर ने इस्लाम को लेकर विवादित ट्वीट किया। जिसने बाद अब एक नया विवाद शुरू हो गया है। हांलाकी, विवाद बढ़ने के बाद अतुल कोचर ने इस्लाम के बारे में अपने द्वारा दिये गए टिप्पणियों के लिए माफ़ी मांगी।
शेफ अतुल कोचर ने ट्वीट किया था कि ‘यह देखकर दुख हुआ कि आपने हिंदुओं की भावनाओं का सम्मान नहीं किया है जिन्हें 2000 से अधिक वर्षों तक इस्लाम द्वारा आतंकित किया गया है। तुम्हे शर्म आनी चाहिए।’
हांलाकी, विवाद बढ़ने के बाद कोचर ने अपना विवादित ट्वीट डिलीट कर दिया। साथ ही कोचर ने इस्लाम के बारे में अपने द्वारा दिये गए टिप्पणियों के लिए माफी मांगी।
कोचर ने कहा कि उनके ट्वीट के लिए कोई औचित्य नहीं है और मुझसे एक बड़ी गलती हो गई। कोचर ने ट्वीट करते हुए लिखा,’ मैं पूरी तरह से अपनी गलतियों को पहचानता हूं कि लगभग 1,400 साल पहले इस्लाम की स्थापना हुई थी और मैं ईमानदारी से माफी माँगता हूं। मैं इस्लामोफोबिक नहीं हूं, मुझे अपनी टिप्पणियों पर गहराई से खेद है, जिन्होंने कई लोगों को नाराज किया है।’
बता दें इस मुद्दे को लेकर प्रियंका ने ट्वीट किया और कहा,’मैं बहुत दुखी और शर्मिंदा हूं कि क्वांटिको के एक विवादित एपिसोड से कई लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। मेरा मकसद कभी भी किसी की भी भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था। मैं माफी मांगती हूं। मुझे भारतीय होने पर गर्व है।’
इससे पहले एबीसी नेटवर्क ने एक बयान में माफी मागते हुए कहा, ‘‘एबीसी स्टूडियोज एवं ‘क्वांटिको’ के कार्यकारी निर्माता हमारे सबसे नए एपिसोड ‘द ब्लड ऑफ रोमियो’ के कारण आहत हुए हमारे प्रशंसकों से माफी मांगना चाहते हैं।’ बयान में कहा गया, ‘क्वांटिक एक काल्पनिक रचना है। कार्यक्रम में कई अलग अलग जातीयता एवं पृष्ठभूमि वाले नकारात्मक किरदार दिखाए जाते रहे हैं लेकिन इस मामले में हमने अनजाने में एक जटिल राजनीतिक मुद्दे में हस्तक्षेप किया जिसका हमें अफसोस है। हम निश्चित रूप से किसी को आहत नहीं करना चाहते थे।’