
ज्योतिष पं. गुलशन अग्रवाल
राष्ट्रीय मिति मार्गशीर्ष 12 शक संवत् 1940 मार्गशीर्ष कृष्ण एकादशी सोमवार, विक्रम संवत् 2075 सौर मार्गशीर्ष मास प्रविष्टे 18, रवि उल्लावल 24 हिजरी 1440 तदनुसार अंग्रेजी तारीख 03 दिसम्बर सन् 2018 ई०। दक्षिणायण, दक्षिण गोल, हेमंत ऋतु।
राहुकाल प्रातः 7 बजकर 30 मिनट से 9 बजे तक। एकादशी तिथि मध्याह्न 1 बजे तक उपरांत द्वादशी तिथि का आरंभ। चित्रा नक्षत्र अर्धरात्रोत्तर 2 बजकर 49 मिनट तक उपरांत स्वाति नक्षत्र का आरंभ, सौभाग्य योग अर्धरात्रोत्तर 1 बजकर 22 मिनट तक उपरांत शोभन योग का आरंभ।
आज के मुहर्त- अनुकूल समय में नामकरण संस्कार करने के लिए शुभ मुहूर्त है।
बालव करण मध्याह्न 1 बजे तक उपरांत तैतिल करण का आरंभ। चंद्रमा अपराह्न 2 बजकर 52 मिनट तक कन्या उपरांत तुला राशि पर संचार करेगा। आज ही उत्पन्ना एकादशी व्रत।
आज के विचार- आज जन्म लिए बच्चों के नाम (पे, पो, रा, री, रू) अक्षरों पर रख सकते है। आज जन्म लिये बच्चे शरीर से बलीष्ठ होंगे। अपने सद्कर्मों से अच्छा नाम होगा। स्पष्ट बात करने वाले तथा अच्छे वक्ता होंगे। दूसरों के सहयोग से व्यापार में अच्छी तरक्की करेंगे।
पंचांग या पंचागम् हिन्दू कैलेंडर है जो भारतीय वैदिक ज्योतिष में दर्शाया गया है। पंचांग मुख्य रूप से 5 अव्यवों का गठन होता है, अर्थात् तिथि, वार, नक्षत्र, योग एवं करण। पंचांग मुख्य रूप से सूर्य और चन्द्रमा की गति को दर्शाता है। हिन्दू धर्म में हिन्दी पंचांग के परामर्श के बिना शुभ कार्य जैसे शादी, नागरिक सम्बन्ध, महत्वपूर्ण कार्यक्रम, उद्घाटन समारोह, परीक्षा, साक्षात्कार, नया व्यवसाय या अन्य किसी तरह के शुभ कार्य नहीं किये जाते। जैसा कि प्राचीन समय से बताया गया है कि हर क्रिया के विपरीत प्रतिक्रिया होती है। इसी तरह जब कोई व्यक्ति पर्यावरण के अनुरूप कार्य करता है तो पर्यावरण प्रत्येक व्यक्ति के साथ समान तरीके से कार्य करता है। एक शुभ कार्य प्रारम्भ करने से पहले महत्वपूर्ण तिथि का चयन करने में हिन्दू पंचांग मुख्य भूमिका निभाता है। पंचांग एक निश्चित स्थान और समय के लिये सूर्य, चन्द्रमा और अन्य ग्रहों की स्थिति को दर्शाता है। संक्षेप में पंचांग एक शुभ दिन, तारीख और समय पे शुभ कार्य आरंभ करने और किसी भी तरह के नकारात्मक प्रभाव को नष्ट करने का विचार प्रदान करता है।
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