भ्रमण के दौरान बच्चों का विभिन्न वनीय पौधों से परिचय कराया गया। इस दौरान विद्या जिसे झाऊ कहते है का पौधा देख चहक उठे और उसे तोडऩे के लिए उनमें होड़ लग गई। सेवानिवृत वन सरंक्षक डॉ. राज बहादुर ङ्क्षसह कुशवाहा एवं उपवन क्षेत्रपाल बीएल अहिरवार ने बच्चों की जिज्ञासा को शांत करते हुए बताया कि यह झाऊ का पौधा है कई बच्चे इसे विद्या कहकर अपनी पुस्तकों मं मोरपंख की तरह रखते है। सेवानिवृत रेंजर आरके चौरे व आरएन मालवीय ने बच्चों को सागौन, साजा, हल्दू, महुआ, कटंग, मरोड़ फली, तुलसी, जंगली प्याज, तेंदू सहित अन्य पेड़ पौधों की जानकारी देते हुए उनके उपयोग बताए।