महिला इंदौर (Indore) के जूना रिसाला इलाके की रहने वाली हैं। उनका नाम भारती है। उनके मुताबिक उनकी बेटी के जन्म से उनके घर में खुशियां लौट आई हैं। क्योंकि उसके पैदा होते ही वह स्वस्थ हो गईं। साथ ही कुछ दिन पहले ही पति भी डिस्चार्ज हुए थे। वे भी कोरोना से संक्रमित थे। भारती बताती हैं कि उनकी बड़ी बेटी का नाम अनामिका है। वहीं छोटी बेटी का जन्म कोरोना काल के दौरान हुआ इसलिए वह अपनी बेटी का नाम सैनिटाइजर रखना चाहती थीं। शुरुआत में उनके पति इस बात से सहमत नहीं थे, लेकिन उनकी इच्छा के चलते उन्होंने इस नाम को स्वीकार कर लिया।
मालूम हो कि भारती को कोरोना संक्रमण उसके ससुर के जरिए हुआ था। साथ ही घर के अन्य सदस्य भी बीमारी का शिकार हो गए थे। जिंदगी और मौत की इस जंग में भारती ने अपने ससुर को खो दिया। कोरोना के चलते उन्होंने 15 मई को दम तोड़ दिया। वे 5 मई से बीमार थे। चूंकि भारती का प्रसवकाल उस समय नजदीक था और बच्चे को खतरा हो सकता था इसलिए उन्हें इंडेक्स मेडिकल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के बाद वह ठीक हो गईं। उनकी डिलीवरी भी सफल रही।