एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एक डॉक्टर में ऐसे ही अजीबो-गरीब लक्षण दिखाई दिए। जिसके बाद उन्हें पीजीआई में भर्ती कराया गया था। मरीज के प्लेटलेट्स 10 हजार पहुंच गई थी। जांच में पता चला है कि कोरोना की वजह से मरीज के इम्यून कॉम्प्लेक्स प्रभावित हो रहे थे। ये शरीर में मोनोसाइड और मैकरोफेज सेल पर अटैक करता है। इससे प्लेटलेट्स ज्यादा खर्च होने लगते हैं। जबकि इनके बनने की रफ्तार कम हो जाती है। यही वजह है कि मरीज के शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या में लगातार गिरावट आ जाती है।
डॉक्टरों को शुरुआती दौर में ये डेंगू का लक्षण लगा इसलिए उन्होंने इसकी जांच भी की। मगर परीक्षण में डेंगू की पुष्टि नहीं हुई। टेस्टिंग में कोरोना को इसका कारण माना गया। रिसर्चरों के लिए कोरोना के नया लक्षण काफी चिंताजनक है। हालांकि अभी और मरीजों में इसे नोटिस किया जा रहा है कि क्या वाकई कोरोना के लक्षण में अब सर्दी—जुकाम, सांस लेने में तकलीफ आदि के अलावा प्लेटलेट्स का कम होना भी शामिल है।