अब यूनिवर्सिटी ऑफ़ मिशिगन ( University of Michigan ) और जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी ( Johns Hopkins University ) ने कोरोना मॉडल के जरिए चेतावनी दी है कि भारत में जुलाई के पहले हफ्ते तक कोरोना संक्रमण की बाढ़ आ सकती हैं।
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एक मॉडल के जरिए जानकारी दी है कि यहां स्थिति और गंभीर हो सकती है। प्रोफ़ेसर भ्रमर मुखर्जी का कहना है कि भारत में संक्रमण के मामलों का बढ़ना अभी भी कम नहीं हुआ है, सरकारी आंकड़ों के हिसाब से ही भारत में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले हर 13 दिन में डबल हो रहे हैं।
ऐसे में सरकार का लॉकडाउन ( Lockdown ) से जुड़ी पाबंदियों में ढील देना मुश्किलें बढ़ा सकता है। एक अनुमान के मुताबिक भारत में जुलाई ( July ) के पहले हफ्ते तक 21 लाख लोग संक्रमण के शिकार हो सकते हैं, जो कि देश के लिए चिंता का सबब बन सकता है।
जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी और मुखर्जी की टीम ने भारत में मौजूद स्वास्थ्य सेवाओं ( Health Services ) और अस्पतालों में बेड और वेंटिलेटर्स की कमी पर भी चिंता जताई है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक़ इस समय भारत मेंं तकरीबन 714,000 हॉस्पिटल बेड्स हैं।
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जबकि साल 2009 में ये संख्या लगभग 540,000 थी। संक्रमण के मामलों की संख्या के लिहाज से फिलहाल टॉप-10 की लिस्ट में सबसे ऊपर अमेरिका ( America ) है, इसके बाद इस लिस्ट में ब्राज़ील, रूस, ब्रिटेन, स्पेन, इटली, फ्रांस, जर्मनी और तुर्की शामिल हैं।