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लॉकडाउन : 11 दिन में घरेलू हिंसा के 92 केस आए सामने, हाईकोर्ट पहुंचा मामला

Petition Filled against domestic violence : इंडिया काउंसिल ऑफ ह्यूमन राइट्स, लिबर्टीज एंड सोशल जस्टिस की ओर से दायर की गई याचिका महिलाओं और बच्चों की काउंसलिंग के लिए हेल्पलाइन नंबर दिए जाने की मांग

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Petition Filled against domestic violence

नई दिल्ली। लॉकडाउन (Lockdown) के चलते कोरोना वायरस पर भले ही काबू पा लिया जाए, लेकिन इससे घरों में पारिवारिक माहौल बिगड़ने लगा है। इससे पति-पत्नी के बीच झगड़े बढ़ने लगे हैं। महज 11 दिन में राष्ट्रीय महिला आयोग के पास घरेलू हिंसा (Domestic Violence) के करीब 92 हजार शिकायतें आई हैं। इस पर चिंता जताते हुए स्वयंसेवी संस्था इंडिया काउंसिल ऑफ ह्यूमन राइट्स, लिबर्टीज एंड सोशल जस्टिस ने दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court) में याचिका दायर की है।

याचिकाकर्ता ने लॉकडाउन में घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं को सुरक्षा देने और उनके लिए अलग रहने की व्यवस्था किए जाने की मांग की है। इतना ही नहीं संस्था का यह भी कहना है कि लॉकडाउन में अगर किसी महिला को मदद की जरूरत हो तो उन्हें जल्दी राहत पहुंचाने के लिए एक हेल्पलाइन नंबर (Helpline Number) भी मुहैया कराया जाना चाहिए। जिसमें वो किसी भी समय सहायता मांग सके। इसके अलावा ऐसे मुश्किल दौर में उनका दिमागी संतुलन बना रहे। इसके लिए भी एक हेल्पलाइन नंबर दिया जाना चाहिए जिसमें महिला और बच्चों की काउंसलिंग के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाने चाहिए।

मालूम हो कि 24 मार्च से शुरू हुए लॉकडाउन की वजह से घरेलू हिंसा के मामले में तेजी से इजाफा हुआ है। साथ ही देशभर में बच्चों के शोषण के मामले भी काफी बढ़े हैं। इस पर रोक लगाए जाने के लिए याचिकर्ता ने कोर्ट से मदद की गुहार लगाई हे।