
इस सब्जी से टल सकता है दुनिया का सबसे बड़ा संकट, वैज्ञानिकों ने इसे बताया करोड़ों लोगों के लिए वरदान
नई दिल्ली। सिंचाई, पीने के पानी और दूसरी जरूरतों के लिए जरूरत से ज्यादा दोहन के चलते धरती का जलस्तर लगातार घट रहा है। इससे भूवैज्ञानिक चिंता में हैं। कई शोधों और परीक्षण के बाद वैज्ञानिकों ने पानी की समस्या का हल ढूंढ लेने का दावा किया है। बता दें कि, सहजन और ड्रमस्टिक नाम से पहचाने जाने वाले पेड़ का एक दूसरी तरह का इस्तेमाल वैज्ञानिकों ने ढूंढ़ निकाला है। एक नए शोध में पता चला है कि सहजन के बीज पानी को शुद्ध करने में सहायक हो सकते हैं और विकासशील देशों में बेहद कम कीमत में लाखों लोगों को शुद्ध जल मुहैया करा सकते हैं। इस तरह के बीज वाले पेड़ से साफ और शुद्ध पानी बनाने का तरीका ईजाद करने के बाद वैज्ञानिक इसे उपयोग में लाने की सोच रहे हैं।
अमेरिका के कारनेगी मेलेन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने रेत और सहजन से जल शोधन के लिए सस्ता और प्रभावी पानी निस्पंदन माध्यम तैयार किया है। हालांकि, यह विधि ज्यादा कारगर नहीं है। इस प्रयोग को उन्होंने 'एफ-सैंड' का नाम दिया है। इस शोध में पता चला है कि सहजन के बीज पानी को शुद्ध करने में मददगार साबित हो सकते हैं, और जिससे विकासशील देशों में बेहद कम कीमत में लाखों लोगों को शुद्ध जल मुहैया करा सकते हैं।
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक 2.1 अरब लोगों को शुद्ध पेयजल नहीं मिलता। इनमें से अधिकतर लोग विकासशील देशों में रहते हैं। शोधकर्ताओं ने सहजन से सीड प्रोटीन अलग किए और रेत के मुख्य घटक सिलिका पार्टिकल्स के साथ मिलाकर एफ-सैंड पर रखा। शोधकर्ताओं ने पाया कि इसने पानी में मौजूद सूक्ष्मजीवों को नष्ट कर दिया, साथ ही अशुद्धियों को कम किया। इस अशुद्धियों को भी बाद में दूर किया गया और इस बेहद सरल तरीके से शुद्ध पानी उपलब्ध हुआ।
Published on:
19 Jun 2018 02:29 pm
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