
नई दिल्ली। देश के कई राज्य बारिश और बाढ़ की चपेट में हैं। महाराष्ट्र, उत्तराखंड, हिमाचल जैसे राज्य प्राकृतिक आपदा का दंश झेल रहे हैं। यही खतरा दिल्ली ( flood in delhi ) पर मंडरा रहा है। सोमवार से युमना नदी ( yamuna river ) जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच चुकी है। जिसके बाद दस हजार से भी ज्यादा लोगों को निचले स्थान से निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है।
यमुना के पानी का स्तर खतरे के निशान 205.33 मीटर से अधिक हो गया है।
हरियाणा के हथिनीकुंड बांध से छोड़े गए पानी की वजह से यमुना का जलस्तर बढ़ा है।
दिल्ली के सीएम केजरीवाल का कहना है कि हथिनीकुंड बांध से और पानी छोड़े जाने के कारण नदी में जल स्तर और बढ़ सकता है।सीएम केजरीवाल ने लोगों को भयभीत नहीं होने की अपील की है।
बाढ़ के खतरे को देखते हुए यमुना नदी पर बने पुराने लोहे का पुल को अधिकारियों ने सड़क और रेल यातायात के लिए बंद कर दिया है।
यमुना नदी क्षेत्र के आसपास रहने वाले लोगों को कहा गया है कि वह राहत टेंट में चले जाएं और अपने घरों में नहीं रहें।
ऐसी आशंका जताई जा रही है कि आने वाले 36 से 72 घंटे दिल्ली के लिए काफी भारी होंगे।
यमुना के आसपास जिन इलाकों में बाढ़ का ज्यादा प्रभाव हो सकता है, उनमें उस्मानपुर, खजूरी चौक, मयूर विहार, बुराड़ी और खादर जैसे इलाके हैं।
Updated on:
20 Aug 2019 01:30 pm
Published on:
20 Aug 2019 01:27 pm
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