
International Friendship Day 2020: History, importance
नई दिल्ली। अगस्त महीने के पहले रविवार को हर साल अंतर्राष्ट्रीय फ्रेंडशिप डे ( International Friendship Day ) मनाया जाता है। इस साल भी ये खास आज यानी 2 अगस्त को मनाया जा रहा है। हर कोई अपने सबसे प्रिय दोस्त को बधाई दे रहे हैं और इस दिन को और भी ऐतिहासिक बनाने के लिए अलग-अलग अंदाज में इसे सेलेब्रेट ( Friendship Day Celebration ) कर रहे हैं। वैस तो Friendship Day मनाने का चलन वैसे तो पश्चिमी देशों से शुरू हुआ, लेकिन भारत में भी ये पिछले कुछ सालों से युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हो रहा है।
कैसे शुरू हुआ Friendship Day?
फ्रेंडशिप डे (Friendship Day) की शुरूआत साल 1930 को जोएस हाल नाम के इस व्यापारी ने की थी। जोएस ने अपने सभी दोस्तों को कार्ड देकर पहली बार इस दिन को सेलीब्रेट किया था। इस खास दिन को मनाने के लिए रविवार का दिन निर्धारित किया गया। यूरोप और एशिया के बहुत से देशों ने इस परंपरा को आगे बढ़ाया और फ्रेंडशिप डे मनाते रहे। इसके अलावा एक कहानी और है। बताया जाता है कि World Friendship Day का विचार पहली बार साल 1958 को डॉ रामन आर्टिमियो ब्रैको द्वारा प्रस्तावित किया गया था | दोस्तों की इस बैठक में से, वर्ल्ड मैत्री क्रूसेड (World Friendship Crusade) का जन्म हुआ था।
द वर्ल्ड मैत्री क्रूसेड(World Friendship Crusade) एक ऐसी नींव है जो जाति, रंग या धर्म के बावजूद सभी मनुष्यों के बीच दोस्ती और फैलोशिप को बढ़ावा देती है। इसके बाद वर्ल्ड फ्रेंडशिप डे को मनाने के लिए United Nations को 30 जुलाई का दिन रखने के लिए कहा गया। यूएन के जनरल सेक्रेटरी कोफी अन्नान ने विनी द पू को फ्रेंडशिप डे ( Friendship Day) का अम्बेसडर बनाया। इस तरह से 30 जुलाई के दिन युनाइटेड नेशन ये दिन मनाता है। लेकिन बहुत से देश जैसे भारत ने फ्रेंडशिप डे ( Friendship Day) मनाने के लिए अगस्त के पहले रविवार को चुना इन देशों इस महीने के पहले रविवार को Friendship Day मनाया जाने लगा।
Published on:
02 Aug 2020 05:48 pm
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