इस शादी के दौरान मस्जिद परिसर में दोनों समुदायों के लोग मौजूद थे। इस खबर पर केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ( Pinarayi Vijayan ) ने फेसबुक पोस्ट के ज़रिए जोड़े को बधाई देते हुए जमात के सदस्यों की प्रशंसा की। मुख्यमंत्री ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि लड़की के घरावालों की आर्थिक हालत ठीक नहीं थी।
ऐसे में लड़की के परिवार ने मस्जिद कमेटी से मदद मांगी थी। इस पर कमेटी सदस्य उनकी मदद के लिए राज़ी हो गए। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा, ‘‘केरल ने हमेशा से ही सांप्रदायिक सौहार्द्र का शानदार नमूना पेश किया है। यह शादी ऐसे वक्त में हुई है, जब धर्म ( Religion ) के नाम पर लोगों को बांटने की कोशिश हो रही है।
मुस्लिम जमात ने मस्जिद में हिंदू जोड़े की रीति-रिवाज से शादी करवाई। इसके साथ ही शादी में 1000 लोगों के लिए शाकाहारी खाने का भी बंदोबस्त किया गया। मस्जिद कमेटी के नुजुमुद्दीन ने बताया कि दुल्हन को सोने के 10 सिक्के और दो लाख रुपए भी उपहार में दिए गए हैं।
एक ओर जहां कुछ लोग देश में आपसी भाईचारे को खत्म करने की जुगत में लगे रहते है। वहीं अभी भी हर समुदाय में ऐसे लोग है जो जात-पात, धर्म जैसी आदि चीजों से ऊपर उठकर भी किसी की मदद करने से नहीं हिचकिचाते। इस तरह की खबर जो पूरे देश के लिए मिसाल बने वाकई सुकून देती है।