
anil ambani mukesh ambani
नई दिल्ली। मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani)आज के समय में यह नाम सबसे ज्यादा अमीर लोगों की लिस्ट में शुमार है। एक समय ऐसा भी था जब इस नाम के साथ उनके छोटे भाई अनिल अंबानी (Anil Ambani)का नाम भी अमीरों की लिस्ट में जोड़ा जाता था लेकिन इन दिनों वो काफी संकट भरे दौर से गुजर रहे है। उनकी आर्थिक स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि पिछले साल मार्च में जब एरिक्सन के 460 करोड़ रूपए चुकाने की बात सामने आई थी तब इन्ही पैसों को ना चुकाने के चलते अनिल अंबानी (Anil Ambani)को जेल जाने की नौबत आ गई थी, लेकिन बाद में सुनने को मिला था कि बड़ेभाई ने सही समय में साथ देकर अपने भाई को बचा लिया था। लेकिन अब कहा जा रहा है कि यह बात गलत थी। बड़े भाई मुकेश अंबानी(Mukesh Ambani) ने 460 करोड़ उनका किराया देकर किया था। असल में मुकेश की एक कंपनी ने अनिल अंबानी के कई एसेट किराये पर लिये थे और यह पैसा उस किराये के लिए ही था।
यह बात उस समय की है जब स्वीडिश कंपनी एरिक्सन (Ericsson) ने रिलांयस कंपनी से अपने लोन की वसूली की 460 करोड़ रुपये का बकाया चुकाने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था तब अनिल अंबानी ने ब्रिटेन की कोर्ट में दस्तावेज पेश करते हुए बताया था कि उन्होंने अपने ग्रुप के कई कॉरपोरेट एसेट मुकेश अंबानी की रिलायंस समूह की एक कंपनी को लीज पर दिये थे जिससे उन्हें करीब 460 करोड़ रुपये मिले और इससे एरिक्सन का बकाया चुकाया गया। इसके बाद ही यह बात साफ हुई है कि उनके बड़े भाई ने अनिल की कोई आर्थिक मदद नही की थी ना ही कोई फंड दिया था
मुकेश के प्रति आभार जताया था
गौरतलब है कि मार्च 2019 में एरिक्सन के बकाया मामले में अनिल अंबानी के जेल जाने की नौबत आ गई थी। तब 18 मार्च को रिलायंस कम्युनिकेशंस नकी तरफ से एक बयान आया था कि उसने स्वीडिश कंपनी एरिक्सन का बकाया चुका दिया है। जिसका उन्होंने अपने भाई मुकेश अंबानी और भाभी नीता अंबानी को धन्यवाद भी दिया था कि ऐसे संकट के मौके पर वे उनके साथ खड़े रहे।
Updated on:
21 Oct 2020 12:56 pm
Published on:
21 Oct 2020 12:52 pm
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