25 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

National Science Day 2020: जानें 28 फरवरी को क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय विज्ञान दिवस

प्रोफेसर सीवी रमन ( CV Raman )) ने सन् 1928 में कोलकाता ( Kolkata ) में आज ही के दिन एक उत्कृष्ट वैज्ञानिक खोज की थी, जिसने भौतिकी की नई दिशा दी।

2 min read
Google source verification
Sir Chandrashekhara Venkata Raman

Sir Chandrashekhara Venkata Raman

नई दिल्ली। राष्ट्रीय विज्ञान दिवस ( National Science Day ) हर साल 28 फरवरी को मनाया जाता है। प्रोफेसर सीवी रमन (चंद्रशेखर वेंकटरमन) ने सन् 1928 में कोलकाता में एक उत्कृष्ट वैज्ञानिक खोज की थी, जो ‘रमन प्रभाव’ के रूप में प्रसिद्ध है।

वैज्ञानिक सीवी रमन ( CV Raman ) ने ‘रमन प्रभाव' ( Raman Effect ) का आविष्कार किया था। पारदर्शी पदार्थ से गुजरने पर प्रकाश की किरणों में आने वाले बदलाव पर की गई इस महत्‍वपूर्ण खोज के लिए उन्हें साल 1930 में भौतिकी के नोबेल पुरस्‍कार से नवाजा गया था।

सीवी रमन ने यह खोज आज ही के दिन की थी। इस खोज के सम्‍मान में 1986 से इस दिन को राष्‍ट्रीय विज्ञान दिवस के रूप में मनाने का चलन है। आपको बता दें कि सीवी रमन भौतिकी के क्षेत्र में नोबेल पुरस्‍कार प्राप्त करने वाले भारत ही नहीं बल्कि एशिया के पहले वैज्ञानिक थे।

जंगल को पाकिस्तानी हिंदुओं ने बना लिया नया आशियाना, बिना सुविधाओं के भी जिंदगी है खुशनुमा

साल 1941 में अमेरिका ने उन्‍हें फ्रेंकलिन मेडल ( Franklin Medal ) से सम्‍मानित किया गया। इसके अलावा भारत सरकार ने भी वर्ष 1954 में देश के सर्वोच्‍च नागरिक सम्‍मान भारत रत्‍न से सम्मानित किया। 1957 में उन्हें प्रतिष्ठित लेनिन शांति पुरस्कार से भी दिया गया।

सीवी रमन ने मद्रास के प्रेसीडेन्सी कॉलेज से बीए किया था और 1905 में वहां से गणित में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने वाले वह अकेले छात्र थे। इसी कॉलेज में उन्होंने एमए में प्रवेश लिया और मुख्य विषय भौतिकी को चुना। सीवी रमन का 82 साल की आयु में 1970 में निधन हुआ था।

जानें क्या है रमन इफेक्‍ट

जब भी प्रकाश ( Light ) की किरणें किसी जगह से गुजरती हैं तो उनमें से ज्‍यादातर की वेवलेंथ ( Wavelength ) एक समान ही रहती है। लेकिन कहीं-कहीं पर इसमें बदलाव भी नजर आता है। यह बदलाव उसके अंदर मौजूद अणुओं ( Molecules ) की सरंचना के बारे में बताता है।

Chandra Shekhar Azad Death Anniversery: मां चाहती थीं बेटा बने संस्कृत का विद्वान, मगर बन गए आजादी के नायक

इन किरणों की वेवलेंथ में ये बदलाव उनकी ऊर्जा ( Energy ) में परिवर्तन की वजह से होता है। ऊर्जा में इजाफा हो जाने से तरंग ( Wave ) की लंबाई कम हो जाती है वहीं ऊर्जा कम होने पर तरंग की लंबाई बढ़ जाती है। इस परिवर्तन को ग्राफ के रूप में रिकॉर्ड किया जाता है।

इसके विश्‍लेषण के जरिये उस चीज के बारे में सटीक जानकारी हासिल की जाती है। सीवी रमन की इस खोज के मायने इसलिए अधिक थे क्योंकि जब उन्होंने ये खोज की तब उनके पास उन्‍नत किस्‍म के उपकरण नहीं थे। शोध में इस्‍तेमाल किये गए कुछ उपकरण तो उन्‍होंने खुद ही तैयार किये थे।