‘Jawad Tariq’ नाम के यूजर ने फेसबुक ( Facebook ) पर एक तस्वीर शेयर की। इस तस्वीर में लोगों का हुजूम नजर आ रहा है। इस फोटो में दावा किया जा रहा है कि आतंकी मूसा के जनाजे में लोगों की भीड़ सभी बाधाएं तोड़कर पहुंची। इसके कैप्शन में लिखा है ‘शहीद जाकिर मूसा का जनाजा। कर्फ्यू, बारिश, चेक-पोस्ट और सभी बाधाएं। भारत अधिकृत कश्मीर।’ इसके बाद कई लोगों ने इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर शेयर किया। ये देखकर हर कोई हैरान है कि आखिर एक आतंकी के जनाजे में इतनी भीड़ कैसे? तो चलिए अब आपको इस फोटो की सच्चाई बताते हैं।
ये तस्वीर आतंकी जाकिर मूसा ( Zakir Musa ) के जनाजे की नहीं है। दरअसल, गूगल पर जब इस बारे में जांच की गई तो पता चला कि ये तस्वीर 20 सितंबर 2011 को The Australian पर छपी Associated Press की न्यूज रिपोर्ट में छपी थी। इस फोटो के कैप्शन में लिखा गया है ‘सोमवार 9 सितंबर 2011 को तोक्यो में फुकुशिमा परमाणु दुर्घटना के मद्देनजर जापानी सरकार से परमाणु ऊर्जा छोड़ने की मांग को लेकर हजारों-लाखों प्रदर्शनकारियों से पार्क भरा।’ इसके अलावा इसी तस्वीर को कश्मीर हिज्बुल कमांडर रहे बुरहान वानी के जनाजे के समय भी उपयोग किया गया था। ऐसे में पता चलता है कि जिस तस्वीर को सोशल मीडिया ( social media ) पर मूसा के जनाजे की बताया जा रहा है वो पूरी तरह गलत है।