script

Corona के बाद आया ‘Pinky Syndrome’, हाथ हो रहे हैं अपंग, जानिए कहीं आपको भी तो नहीं…

Published: Oct 08, 2020 01:53:06 pm

हाथ की अंगुलियों में होने वाले किसी भी तरह का दर्द या अंगुली टेढ़ी होना इस सिंड्रोम का प्रमुख लक्षण है। यदि हाथ की अंगुली में किसी भी प्रकार का विकार देखें तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेने की जरूरत है।

pinky syndrome in corona work from home
एक रिसर्च के अनुसार अधिक स्मार्टफोन यूज करने के कारण लोगों को जिस समस्या का सर्वाधिक सामना करना पड़ रहा है वह है ‘स्मार्टफोन पिंकी सिंड्रोम’। अमरीका व यूरोपीय देशों में इस सिंड्रोम से ग्रसित होने वाले लोगों की संख्या में इजाफा हो रहा है।
दुनियाभर में कोरोना से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या पैंसठ लाख को पार कर चुकी है। अधिकतर देशों ने संक्रमण से बचाव के लिए लॉकडाउन व सोशल डिस्टेंसिंग को तरजीह दी लेकिन इसके बाद भी संक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा है। कोरोना के प्रसार के कारण करोड़ों लोग घरों में ही रहने को मजबूर है। स्मार्टफोन व अन्य हैंड हेल्ड गेजेट्स के साथ ही लोगों का अधिक समय बीत रहा है।
क्या है पिंकी सिंड्रोम
मोबाइल का अधिक इस्तेमाल करने के दौरान हाथ की छोटी अंगुली सबसे अधिक काम में आती है। अंग्रेजी भाषा में इसे पिंकी फिंगर कहा जाता है। इस अंगुली से मोबाइल का अधिक उपयोग होने के कारण अंगुली के जोड़ पर दबाव पड़ता है और आर्थराइटिस की आशंका अधिक हो जाती है। कई देशों में बीते दो माह के दौरान पिंकी सिंड्रोम से ग्रसित लोगों की संख्या में दस फीसदी की दर से इजाफा हुआ है। आर्थराइटिस के लक्षणों का बढऩा इस सिंड्रोम की प्रमुख वजह माना जा रहा है।
अंगुली टेढ़ी होना प्रमुख लक्षण
विभिन्न रिसर्च के अनुसार पिंकी सिंड्रोम है या नहीं इसका अंदाजा आप स्वयं ही लगा सकते हैं। मोबाइल यूज करने का समय कैलकुलेट करें और एक्सरसाइज या फिर आराम की मुद्रा के दौरान हाथ की अंगुलियों में होने वाले किसी भी दर्द पर ध्यान देने का प्रयास करें। इसके अलावा अंगुली टेढ़ी होना इस सिंड्रोम का प्रमुख लक्षण है। यदि हाथ की अंगुली में किसी भी प्रकार का विकार देखें तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेने की जरूरत है।
कैसे हो सकता है इस बीमारी से बचाव
पिंकी सिंड्रोम से बचाव के लिए जरूरी है कि मोबाइल का उपयोग कम से कम करने की कोशिश करें। रात में सोते समय मोबाइल का उपयोग करना बंद करें, इससे नींद की समस्या नहीं होगी और आंखों पर बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा। यदि किसी से फोन पर ज्यादा बात होती है तो इयरफोन्स का ही इस्तेमाल करें। इससे मोबाइल से दूरी बनी रहेगी। पिंकी सिंड्रोम के खतरे से बचने के लिए हाथों की स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करें।
होती हैं ये समस्याएं भी
स्मार्टफोन के लगातार इस्तेमाल से हाथों, दिमाग और आंखों पर भी असर आता है। मोबाइल की लाइट सीधी आंखों पर पड़ती है, जो नुकसान पहुंचाती है। इससे आंखों में दर्द, ड्राय आई सिंड्रोम और आंखों से पानी आने जैसी समस्याएं होती हैं। नेत्र रोग विशेषज्ञों की सलाह है कि मोबाइल-गैजेट्स पर काम करते हुए हर 20 मिनट में 20 सेकंड के लिए 20 फीट की दूरी पर देखें। पानी से आंखें धोते रहें।

ट्रेंडिंग वीडियो