28 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

White House में मौजूद है खुफिया बंकर, Nuclear weapon भी फेल हो जाता हैं यहां!

व्हाइट हाउस (White House) के बाहर हालात बिगड़ने के बाद सुरक्षा अधिकारी राष्ट्रपति डोनाल्ड (president donald trump ) ट्रंप को एक खुफिर अंडरग्राउंड बंकर में लेकर चले गए। ट्रंप को वहां करीब एक घंटे तक रखा गया।    

2 min read
Google source verification

image

Vivhav Shukla

Jun 02, 2020

secret tunnel in white house america to protect donald trump

secret tunnel in white house america to protect donald trump

नई दिल्ली। अमेरिका (America) के रहने वाले जॉर्ज फ्लॉयड (George Floyd) की पुलिस हिरासत में मौत के बाद पूरे देश में हिंसा (violence in America) भड़की हुई है। सड़को और दुकानों में बवाल मचाने के बाद प्रदर्शनकारियों ने र व्हाइट हाउस के बाहर धावा बोला।

आखिरकार मान गया China: वुहान के मीट बाजार से नहीं फैला Coronavirus

हालात इनके बिकड़ गए हैं कि देश के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व्हाइट हाउस के छोड़ बंकर में शरण लेना पड़ा है। ये खुफिया बंकर (secret bunker in white house) वाइट हाउस (White House) की जमीन के नीचे बना हुआ है। बंकर के अलावा वाइट हाउस में कई सुरंगें भी हैं जो आपात काल में प्रेसिडेंट, उनके परिवार और वाइट हाउस स्टाफ को सुरक्षित बाहर ले जा सकती हैं।

इस खुफिया सुरंग को साल 1941 में पर्ल हार्बर अटैक के बाद बनवाया गया था। प्रेसिडेंट हैरी एस ट्रूमैन (Harry S. Truman) के कार्यकाल में इसकी शुरुआत हुई थी। लेकिन मजह दो साल के अदंर प्रेसिडेंट हाउस की हालत खस्ता होने लगी थी और उसकी दीवारों में जगह-जगह दरारें बनने लगी थीं। इसके बाद इसे फिर से वाइट हाउस को नए सिरे से बनवाया गया। इस बार इसमें सेफ्टी को देखते हुए एक टनल भी तैयार हुई जो खुफिया बंकर में पहुंचा सकती है।

डॉक्टर्स का दावा- कमजोर पड़ रहा है Coronavirus, नहीं पड़ेगी Vaccineकी जरूरत!

साल 1987 में US के 40वें राष्ट्रपति Ronald Reagan ने एक और सुरंग बनवाई। वाइट हाउस में खुफिया सुविधाओं को President's Emergency Operations Center (PEOC) नाम दिया गया है। इस खुफिया बंकर की दीवार पर परमाणु बम और किसी भी रिडेएशन का असर नहीं हो सकता है। इसे ऐसे बनाया गया है कि जमीन के भीतर होने के बाद भी बंकर और सुरंगों में पर्याप्त ऑक्सीजन आती-जाती रहे। ये जगह केलव देश के राष्ट्रपति और उनके परिवार के लिए बनाई गई है।