बता दें कि, सुरक्षाकर्मी फरीदाबाद में ACT कंपनी जो सेक्टर 59 में स्थित है वहां ड्यूटी दे रहा था। घटना के सामने आने के बाद पुलिस सुरक्षाकर्मी के शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद आगे की कार्यवाई में जुट गई है। घटना के पता चलने के बाद मृतक सुरक्षाकर्मी के भतीजे रामेंद्र वहां पहुंचे उनका कहना है कि उनके चाचा करीब 30 मिनट तक वहीं तड़पते रहे उनकी मदद के लिए वहां कोई नहीं आया, जिस कंपनी में मृतक हरिश्चंद्र तैनात था उस कपनी में प्राथमिक उपचार के कोई भी इंतजाम नहीं थे और किसी ने उन्हें अस्पताल ले जाने की जेहमत भी नहीं कि। रामेंद्र ने यह भी बताया कि “जब मैं साइट पर पहुंचा तो उसने वहां देखा कि जिस जगह पर उनके चाचा को ड्यूटी पर लगाया गया था वहां पर ना तो कोई धूप से बचने के लिए और ना ही उचित पीने के पानी की व्यवस्था थी”।
इस पूरे मामले में जब जांच अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने माना कि शुरुआती जांच में यह मामला हीट स्ट्रोक का लग रहा है। लेकिन पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही वो मृत्यु की सही वजह के बारे में बता पाएंगे। वहीं मौके पर पहुंचे ग्रुप फोर के अधिकारी प्रवीण की मानें तो, “उन्हें जानकारी मिली थी कि उनके सुरक्षाकर्मी की मौके पर ही उपचार ना होने के चलते मृत्यु हो गई जो निंदनीय है।” चिंताजनक बात तो यह है वहां मौजूद लोग उसे अस्पताल ले जाने के बजाए वीडियो बनाते रहे, अगर समय रहते उसे उचित उपचार मिल गया होता तो वो बच सकता था।