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सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है ‘रेप प्रूफ साड़ी’, कंपनी का दावा उनकी साड़ियां है सुपर संस्कारी

रूढ़िवादी सोच के खिलाफ इस कंपनी ने खोला मोर्चा सुपर संस्कारी साड़ीज की श्रंखला की लांच दावा लड़कियों और महिलाओं को बलात्कार से बचाएंगी ये साड़ियां

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सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है 'रेप प्रूफ साड़ी', कंपनी का दावा उनकी साड़ियां है सुपर संस्कारी

नई दिल्ली। दिल्ली की एक आंटी ने हाल ही में लड़कियों के साथ होने वाले बलात्कार का दोषी उनके कपड़ों को बताया था। दिल्ली वाली आंटी का लड़कियों को ऐसा कमेंट भारी पड़ गया। सोशल मीडिया ( social media ) पर उसको लेकर आंटी की खूब आलोचना की गई। इस बात को बीते कुछ दिन हो गए हैं। लेकिन आंटी के ऐसे कमेंट के बाद बोस्टन ( Boston ) की एक कंपनी ने 'सुपर संस्कारी साड़ीज' की श्रंखला मार्किट में उतारी है। कंपनी का दावा है कि इन साड़ियों को पहनने से महिलाएं बलात्कार से बचेंगी। बता दें कि कंपनी ने इन साड़ी की श्रंखला को लांच कर रूढ़िवादी और गंदी सोच वालों पर कटाक्ष किया है। इस देश में दिल्ली वाली आंटी जैसी सोच वाले कम नहीं हैं। बदलते दौर में पहनावे को बलात्कार या छेड़छाड़ का जिम्मेदार मानने वालों की सोच रखने वालों की संख्या बढ़ ही रही है। इस कंपनी का मकसद ऐसी सोच रखने वालों पर कटाक्ष करना है।

कंपनी ने कटाक्ष वाले अंदाज़ में सुपर संस्कारी साड़ियों ( super sanskari sarees ) की अलग-अलग कीमत तय की है। साथ अलग-अलग उम्र वाले लोगों के लिए भी इसे बनाया है। कंपनी ने चुटकी लेते हुए यह दावा किया है कि यह सारी साड़ियां एंटी-रेप फैब्रिक और तकनीक से बनी हैं। इन साड़ियों को लेकर कंपनी का कहना है कि जब कुछ दिखेगा नहीं तो बलात्कार कैसे होगा। वेबसाइट पर साड़ियों के कलेक्शन के साथ कुछ रकम दी गई है।

दरअसल, इन साड़ियों और पहनावों की बिक्री से होने वाली आय महिला सुरक्षा पर खर्च की जाएगी। इन साड़ियों के सामने जो कीमत लगाई गई है वो डोनेशन के लिए जाएगी। कंपनी की सह-संस्थापक तन्वी टंडन ने 'सेफ्टी' नाम की एक संस्था से टाय-अप किया है। यह संस्था भारतीय महिलाओं और लड़कियों को हिंसा के प्रति जागरूक करती है। बता दें कि इस अभियान में विदेश से सहायता आ रही है।