scriptमां की ममता हुई शर्मसार, 19 महीने की बेटी को उबलते पानी में फेंककर देखती रही तमाशा | The spectacle of a 19-month-old daughter being thrown into boiling wat | Patrika News

मां की ममता हुई शर्मसार, 19 महीने की बेटी को उबलते पानी में फेंककर देखती रही तमाशा

locationनई दिल्लीPublished: Dec 17, 2020 09:22:03 pm

Submitted by:

Pratibha Tripathi

इंग्लैंड (England) के नॉटिंघमशायर (Nottinghamshire) में एक ऐसा मामला सामने आया है
केटी क्राउडर नाम की 26 वर्षीय महिला ने अपनी 19 माह की बेटी ग्रेसी को उबलते पानी से जलाकर मार डाला

19 month old child

19 month old child

नई दिल्ली। हर बच्चा अपनी मां के आंचल में रहकर अपने आप को काफी सुरक्षित महसूस करता है। लेकिन जब मां ही निर्दयिता की हदे पार कर जाए तो बच्चे का जीना काफी मुश्किल हो जाता है जिसका जीता जागता उदाहरण इंग्लैंड (England) के नॉटिंघमशायर (Nottinghamshire) में देखने को मिला जहां एक मां की ममता को शर्मसार कर देने वाला ऐसा मामला सामने आया । जिसने मां के इस पवित्र रिश्ते पर से भी भरोसा उठा दिया है। इस मां ने नशे में धुत होकर अपने ही बच्चे को ऐसी दर्दनाक मौत दी कि आपकी दिल भी चीखने को मजबूर हो जाएगा। इस नशेड़ी मां ने 19 महीने की बच्ची को उबलते पानी से जलाकर मार डाला। इतना ही इस महिला ने ना केवल उबलते हुए पानी में उस बच्ची को डाला बल्कि उसे तड़फते हुए करीब 1 घंटे तक देखती भी रही। जिसके बाद उस बच्ची की मौत हो गई। इस महिला को कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है।

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जानकारी के मुताबिक केटी क्राउडर नाम की 26 वर्षीय महिला कोकिन का नशा करती है। और जिस समय उसने अपनी 19 माह की बेटी ग्रेसी को उबलते पानी में डाला तब भी वो नशे में धुत थी। कोर्ट में सरकारी वकील ने बताया कि कोकीन के नशे में धुत केटी ने ना सिर्फ बच्ची को पानी में फेंका बल्कि एक घंटे तक उसे तड़प-तड़प कर मरते हुए देखती भी रही।

नॉटिंघम क्राउन कोर्ट ने केटी को 21 साल की जेल की सजा सुनाई है। जज ने फैसला सुनाते हुए कहा कि ये पूरी घटना इंसानियत पर से भरोसा उठाने वाली है. इस घटना से सबक मिलता है कि नशे के आदी माता-पिता अपने बच्चों के लिए कितने खतरनाक साबित हो सकते हैं।

65% जल गई थी बच्ची
ग्रेसी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक बच्ची का शरीर उबलते पानी से 65% तक जल चुका था। डॉक्टर्स के मुताबिक बच्ची की दर्दनाक मौत जलने से नहीं हुई बल्कि इसके दर्द से हुई थी। बच्ची जलने के बाद भी करीब एक घंटे तक जिन्दा थी और उसे बचाया जा सकता था लेकिन केटी ने ऐसा नहीं किया और बच्ची को मरने दिया। जज ने आदेश दिया है कि केटी की मानसिक स्थिति के बारे में जांच की जाए और इसकी रिपोर्ट कोर्ट में जल्द से जल्द पेश की जाए।

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