जानकारी के मुताबिक केटी क्राउडर नाम की 26 वर्षीय महिला कोकिन का नशा करती है। और जिस समय उसने अपनी 19 माह की बेटी ग्रेसी को उबलते पानी में डाला तब भी वो नशे में धुत थी। कोर्ट में सरकारी वकील ने बताया कि कोकीन के नशे में धुत केटी ने ना सिर्फ बच्ची को पानी में फेंका बल्कि एक घंटे तक उसे तड़प-तड़प कर मरते हुए देखती भी रही।
नॉटिंघम क्राउन कोर्ट ने केटी को 21 साल की जेल की सजा सुनाई है। जज ने फैसला सुनाते हुए कहा कि ये पूरी घटना इंसानियत पर से भरोसा उठाने वाली है. इस घटना से सबक मिलता है कि नशे के आदी माता-पिता अपने बच्चों के लिए कितने खतरनाक साबित हो सकते हैं।
65% जल गई थी बच्ची
ग्रेसी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक बच्ची का शरीर उबलते पानी से 65% तक जल चुका था। डॉक्टर्स के मुताबिक बच्ची की दर्दनाक मौत जलने से नहीं हुई बल्कि इसके दर्द से हुई थी। बच्ची जलने के बाद भी करीब एक घंटे तक जिन्दा थी और उसे बचाया जा सकता था लेकिन केटी ने ऐसा नहीं किया और बच्ची को मरने दिया। जज ने आदेश दिया है कि केटी की मानसिक स्थिति के बारे में जांच की जाए और इसकी रिपोर्ट कोर्ट में जल्द से जल्द पेश की जाए।