
बीदर में पहली बार विद्युत ट्रेन की सेवाएं शुरू
बीदर में पहली बार विद्युत ट्रेन की सेवाएं शुरू
बीदर
सीमावर्ती बीदर जिले में पहली बार विद्युत चालित ट्रेन की सेवाएं शुरू हुई हैं। विकाराबाद से खानापुर तक 105 किमी रेलवे लाइन के विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण हो चुका है जिसके चलते जिले से गुजरने वाली ट्रेनें अब विद्युतचालित ट्रेन के रूप में परिवर्तित हो चुकी है। ट्रेनों के विद्युतीकरण से उपभोक्ताओं को बेहतरीन सेवा उपलब्ध होने के साथ साथ डीजल की बचत होने के साथ-साथ पर्यावरण की रक्षा भी हो रही है। यात्रियों तथा उपभोक्ताओं को बेहतरीन सेवा उपलब्ध करवाने के साथ-साथ रेलवे विभाग आधुनिकीकरण की ओर अग्रसर है। डीजल चालित ट्रेनों को विद्युत चालित ट्रेन के रूप में परिवर्तित कर पर्यावरण की रक्षा करने की दिशा में ठोस कदम उठाया जा रहा है। सिकंदराबाद रेलवे विभाग के अंतर्गत स्थित विकाराबाद से खानापुर तक रेलवे विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण हो चुका है। लगभग 262.12 करोड़ रुपए के अनुदान में तेलंगाना के विकाराबाद से महाराष्ट्र के परली तक मंजूर किए गए 269 किमी रेलवे विद्युतीकरण निर्माण कार्य में से विकाराबाद से बीदर जिले के खानापुर जंक्शन तक का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। रेलवे विभाग की ओर से 24 जनवरी से विद्युतचालित ट्रेन की सेवाएं शुरू हो चुकी है। वर्तमान में बीदर-यशवंतपुर ( 16571 सप्ताह में चार दिन) यशवंतपुर-बीदर (सप्ताह में चार दिन), बीदर-हैदराबाद (17010) हैदराबाद-बीदर इंटरसिटी (17009) बीदर-मच्चलीपट्टणम (12750), मच्चलीपट्टणम-बीदर (12749) ट्रेन की सेवाएं प्रतिदिन प्राप्त होगी। शेष रहे 164 किमी रेलवे मार्ग के विद्युतीकरण कार्य अभी भी शेष है। विद्युतीकरण कार्य को 2023 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। योजना पूर्ण होने के पश्चात हैदराबाद - औरंगाबाद, नांदेड इंटरसिटी, तिरुपति-लातूर, बीदर- मुंबई सहित अन्य जिलों के लिए विद्युत चालित ट्रेनों की सेवाएं शुरू होंगी। डीजल ट्रेन की वजह से पैदा होने वाले कार्बन डाई ऑक्साइड से भी निजात मिलेगी।
इनका कहना है
विद्युत ट्रेन की वजह से वायु व ध्वनि प्रदूषण कम होगा साथ ही ट्रेनों की रफ्तार में भी बढ़ोत्तरी होगी। बीदर से विकाराबाद तक ट्रेन की सेवा शुरू होने के 88 सालों के पश्चात पहली बार ट्रेन विद्युत से चलेगी। बीदर क्षेत्र को रेलवे विभाग की ओर से वर्ष 2014 के दौरान महत्वपूर्ण योगदान दिया है। अब संचालित रेलवे जिले में रेलवे के इतिहास में मील का पत्थर साबित हुआ है। विकाराबाद - परली तक विद्युतीकरण योजना के अंतर्गत विकाराबाद से खानपुर तक 105 किमी का काम पूर्ण हो चुका है। इससे वायु प्रदूषण कम होगा और रेल विभाग को होने वाला आर्थिक नुकसान कम होगा। शेष बिजली लाइन का काम भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा।
-भगवंत खूबा, सांसद
Published on:
09 Feb 2022 11:15 pm
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