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छोटी उम्र में नृत्य में मनवाया लोहा, हर तरह के नृत्य में पारंगत

हर्षिता कवाड़ पांच साल से कर रही शौकिया तौर पर नृत्य कई स्पर्धाओं में दिखा चुकी काबिलियत उभरती प्रतिभा

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Harshita Kawad

Harshita Kawad

राजस्थान मूल की हर्षिता कवाड़ ने छोटी उम्र में ही नृत्य की कई बारीकियां सीख ली हैं। शौकिया तौर पर नृत्य करने वाली हर्षिता ने नृत्य में अपना लोहा मनवाया है। हर्षिता का मानना है कि नृत्य मन को खुशी देता है। इससे संतुष्टि मिलती है। अध्ययन के दौरान कुछ समय के लिए यदि नृत्य किया जाएं तो माइंड फ्रेस हो जाता है। नृत्य एक तरह से एक्सरसाइज का काम करता है। इससे शरीर लचीला बनता है। नृत्य आपको ऊर्जा एवं उत्साह से भर देता है। हर्षिता की मानेें तो नृत्य के लिए कई चीजों का ध्यान रखना पड़ता है। स्टेप्स में क्लेरिटी होनी चाहिए। हाव-भाव भी अहम होता है। वह पांच साल से शौकिया तौर पर नृत्य कर रही है।
राजस्थान के आसोतरा मूल की हर्षिता कवाड़ उभरती प्रतिभा है। हर्षिता ने नृत्य में कई पुरस्कार अर्जित किए हैं। हॉल ही श्री सिवांची ओसवाल जैन संघ की ओर से आयोजित नृत्य प्रतियोगिता में प्रथम स्थान हासिल किया। इसमें हर्षिता ने तांडव नृत्य के तहत रावण के विविध रूप दिखाए। हर्षिता लगातार तीन वर्षों से श्री सिवांची ओसवाल जैन संघ की ओर से आयोजित प्रतियोगिता में प्रथम स्थान हासिल कर रही है। इससे पहले उसने राजस्थानी डांस एवं आंखों पर पट्टी बांधकर यानी ब्लाइंडफूल डांस किया था। आर्यन्स पब्लिक स्कूल के वार्षिकोत्सव में वह शिव तांडव नृत्य के तहत शिव का रोल निभा चुकी है।
अभिभावकों का मिल रहा प्रोत्साहन
हर्षिता कहती है, मेरी बचपन से ही नृत्य में रुचि रही है। गर्मियों के अवकाश के दौरान डांस कक्षाओं में जाकर भी नृत्य की बारीकियां सीखीं। नृत्य फार्म में अलग-अलग ग्रुप होते हैं जिसमें क्लासिकल, सेमी क्लासिकल, कंटेंपरेरी, फ्रीस्टाइल, हिप हॉप, तांडव नृत्य शामिल है लेकिन हर्षिता ऑलराउंडर है। वह किसी भी फॉर्म के नृत्य को आसानी से कर लेती है। हर्षिता की मानें तो हर रोज यदि थोड़े-थोड़े स्पेप्स भी किए जाएं तो हम नृत्य करना सीख सकते हैं। केवल सीखने की ललक होनी चाहिए। हर्षिता को अपने अभिभावकों से भी प्रोत्साहन मिल रहा है। हर्षिता अभिनेत्री माधुरी दीक्षित के नृत्य से भी काफी प्रभावित है।
सिखा रही डांस के स्टेप्स
आर्यन्स पब्लिक स्कूल में आठवीं कक्षा में अध्ययनरत हर्षिता ने नृत्य के साथ ही अन्य कई स्पर्धाओं में अपनी काबिलियत दिखाई है। आर्यन्स पब्लिक स्कूल में दो सौ मीटर दौड़ में प्रथम स्थान हासिल कर चुकी है। श्री सिवांची ओसवाल जैन संघ की ओर से आयोजित कूकिंग प्रतियोगिता में तीसरा स्थान प्राप्त किया। दो साल पहले भाषण प्रतियोगिता में दूसरे स्थान पर रही। हर्षिता अपनी स्कूल असैंबली में कुछ समय डांस के स्टेप्स भी सिखा रही है। हर्षिता पियानो भी बजा लेती है। उसे तैराकी का भी शौक है। पढाई में भी अव्वल रह रही है।
आंखों पर पट्टी बांध पहचान लेती है अक्षर
पिता प्रकाश कवाड़ एवं माता रेखा कवाड़ का इलेक्ट्रिकल्स का कारोबार है। बड़ी बहन आरुषि कवाड़ ने आर्किटेक्ट की पढ़ाई की है वहीं युक्ता कवाड़ बीटेक कम्प्युटर साइंस द्वितीय वर्ष में अध्ययनरत है। हर्षिता कम्प्यूटर साइंस में बीटेक करने की इच्छुक है। हर्षिता की एक और खूबी यह है कि वह आंखों पर पट्टी बांधकर कागज पर लिखे अक्षर पहचान लेती है। वह आंखे बन्द कर मोबाइल में लिखे संदेश पढ़ सकती है। रंगों की पहचान कर लेती है।