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पूरा संसार कैसा है कोई किसी का नहीं है

पूरा संसार कैसा है कोई किसी का नहीं है

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हुबली

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S F Munshi

Sep 22, 2023

पूरा संसार कैसा है कोई किसी का नहीं है

पूरा संसार कैसा है कोई किसी का नहीं है

राणेबेन्नूरु (हावेरी).
श्री सुमतीनाथ जैन श्वेताम्बर मूर्ति पूजक संघ की ओर से आयोजित शिविर में आचार्यश्री महेन्द्र सागर सूरी ने प्रवचन में कहा कि जैन शास्रों में रात्रि को नींद उड जाने पर धर्म चिंतन, आत्मचिंतन एवं भावस्थिति के चिंतन का तरीका बताया है। श्रावक नींद उड़ जाने पर संकल्प, विकल्प, राग द्वेष से सबंधित, विषय-वासना संबंधित, टीवी मूवी न देख कर तीन तरह की प्रक्रिया में जागृति पूर्वक रात को गुजारना चाहिए। उसके लिए यह उपाय है कि रात में यदि हमारी नींद अचानक उड़ जाएं तो हरिभद्र सूरी ने अपने ग्रंथों में बहुत ही अच्छी तरह से सुझाव देते हैं कि फोन में स्क्रोल करने की जगह, या फिर ऐरी-गैरी चीजें देखे बिना यह तीन चीज करने का विधान यानी सलाह शास्रों में दी है। सुक्ष्म पदार्थों का चिंतन। यदि नींद उड़ जाएं तो कर्म, आत्मा, पुण्य, पाप, भाग्य जैसी अतीन्द्रिय गहरी-चीजो का चिंतन करना चाहिए। जिस से मन न भटके भवस्थिति निरुपण यानी नींद उडने पर यह पूरा संसार कैसा है कोई किसी का नहीं है। सब स्वार्थी हैं। ऐसा चिंतन करना चाहिए, ताकि लगाव यानी कि लगाव कम हो। अधिकरण उपशम अगर हमारा किसी से झगड़ा हुआ हो या किसी बुरे कार्य को हमने किया हो तो उससे कैसे छूटना इस बात का चिंतन करना चाहिए। इस चिंतन से हम हमारे जीवन को सफल कर पाएंगे और जिंदगी चिंतन से हम हमारे जीवन परिणाम शांति समाधि हमारे जीवन में आएगी।
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