जात्रा के यात्रियों की करें पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था[typography_font:14pt;” >कारवार-हुब्बल्लीजिलाधिकारी डॉ. हरीशकुमार के. ने कहा है कि आगामी 10 जनवरी को होने वाली कूर्मगढ़ जात्रा के लिए इस्तेमाल की जाने वाले हर नाव के बारे में पुलिस विभाग से अनुमति लेनी चाहिए। हर यात्री के लिए जीवन रक्षक उपकरण का नाव में होना जरूरी है। वे कारवार जिलाधिकारी कार्यालय में कारवार तालुक के कूर्मगड़ जात्रा संगठकों तथा स्थानीय मत्स्यपालन नेताओं की सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जात्रा संगठकों को पूर्व सतर्कता के तौर पर तैरना जानने वाले स्वयंसेवकों की नियुक्ति कर सुरक्षा कदम उठाते हुए जिला प्रशासन से सहयोग देना चाहिए। इस बार नाव चलाने वाले कारवार, बैतखोल तथा माजाळी के तटों से जात्रा को जाने वाले यात्रियों को सुबह 6 बजे से शाम 5.30 बजे तक मात्र नाव में ले जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए जात्रा संगठक, मछवारे, यात्री तथा जात्रा को जाने वाले भक्तों का सहयोग जरूरी है। नाव मालिकों, यात्रियों को अधिकतम 100 रुपए मात्र यात्रा शुल्क लागू किया जा सकता है। जिला पुलिस अधीक्षक शिवप्रकाश देवराजु ने कहा कि पिछले वर्ष जात्रा के मौके पर दुर्घटना होकर जान का नुकसान हुआ। इस वर्ष सतर्कता के तौरपर जिला प्रशासन और पुलिस विभाग की ओर से सुरक्षा कार्रवाई की गईहै। नाव के लिए मात्र अनुमति दी जाएगी। हर नाव संबंधित जानकारी देना अनिवार्य है। सुरक्षा कदम के लिएजात्रा संगठक भी जिम्मेदार होते हैं। जात्रा संगठक तथा मछवारे समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाना पुलिस विभाग का उद्देश्य नहीं है। पिछली बार हुई दुर्घटनाओं को पुनह नहीं हो इसका ध्यान रखना चाहिए। महिलाओं तथा बच्चों के अधिक संख्या में जात्रा को आने के कारण सुरक्षा पुख्ता इंतजाम होने चाहिए। जिला पंचायत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम. रोशन ने कहा कि अधिक यात्रियों को ले जाने वाली नावों का इस्तेमाल करना सही होगा। तालुक स्तरीय स्वास्थ्य अधिकारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त कर आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था करनी चाहिए। सभा में अपर जिलाधिकारी नागराज सिंग्रेर, बंदरगाह अधिकारी कैफ्टन सी. स्वामी, नगर परिषद आयुक्त एस. योगेश्वर, जिला पर्यटन विभाग अधिकारी एस. पुरुषोत्तम, मछुआरों के नेता गणपति मांग्रे तथा गणपति उळवेकर आदि उपस्थित थे।