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परदेश में परचम: व्यापार, समाजसेवा और संस्कारों की त्रिवेणी से राजस्थान-कर्नाटक संबंधों को दी नई दिशा

राजस्थान के बालोतरा जिले के मोकलसर गांव से निकलकर हुब्बल्ली आए प्रकाश कुमार सांवलचंद बाफना आज कर्नाटक के प्रतिष्ठित व्यवसायियों और समाजसेवियों में शामिल हैं। उन्होंने यह साबित किया है कि परदेश में भी अपनी मेहनत, निष्ठा और संस्कारों के दम पर न केवल व्यवसाय को ऊंचाइयों पर ले जा सकते है, बल्कि दोनों राज्यों के बीच सांस्कृतिक और मानवीय रिश्तों को भी मजबूत बना सकते है। प्रकाश बाफना का यह सफर बताता है कि राजस्थान की मिट्टी से मिले संस्कार जहां भी जाते हैं, वहां परिश्रम, विश्वास और समाजसेवा की छाप अवश्य छोड़ते हैं।

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प्रकाश बाफना

राजस्थान के बालोतरा जिले के मोकलसर गांव से निकलकर हुब्बल्ली आए प्रकाश कुमार सांवलचंद बाफना आज कर्नाटक के प्रतिष्ठित व्यवसायियों और समाजसेवियों में शामिल हैं। उन्होंने यह साबित किया है कि परदेश में भी अपनी मेहनत, निष्ठा और संस्कारों के दम पर न केवल व्यवसाय को ऊंचाइयों पर ले जा सकते है, बल्कि दोनों राज्यों के बीच सांस्कृतिक और मानवीय रिश्तों को भी मजबूत बना सकते है। प्रकाश बाफना का यह सफर बताता है कि राजस्थान की मिट्टी से मिले संस्कार जहां भी जाते हैं, वहां परिश्रम, विश्वास और समाजसेवा की छाप अवश्य छोड़ते हैं।

वाणिज्य रत्न अवॉर्ड से नवाजा
कर्नाटक में उन्होंने ऑटोमोबाइल स्पेयर पार्ट्स डिस्ट्रीब्यूशन और ऑटोमोटिव ल्यूब्रिकेंट्स मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में ऐसा आधार खड़ा किया कि आज उनका नाम उद्योग जगत में सम्मान से लिया जाता है। उनकी उद्यमशीलता का प्रतिफल 2025 में मिला, जब उनके व्यावसायिक कौशल और नवाचार क्षमता को पहचानते हुए कर्नाटक चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने उन्हें वाणिज्य रत्न सम्मान से नवाजा। इससे पहले वे नारायण सेवा संस्थान उदयपुर से भामाशाह अवार्ड भी प्राप्त कर चुके हैं जो उनके मूल राजस्थान से मजबूत जुड़ाव को दर्शाता है।

अगला कदम क्लीन हुब्बल्ली-ग्रीन हुब्बल्ली
प्रकाश बाफना का सफर केवल व्यापार तक सीमित नहीं है। समाज सेवा उनकी पहचान का दूसरा बड़ा स्तंभ है। वे ऑल कर्नाटक राजस्थानी यूथ फेडरेशन के अध्यक्ष के रूप में शिक्षा, सेवा, पर्यावरण और समाज उत्थान के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं। अब फेडरेशन क्लीन हुब्बल्ली-ग्रीन हुब्बल्ली नामक हरित अभियान शुरू करने जा रही है। अगले साल जनवरी से शुरू होने वाले इस अभियान में शहर के अस्पतालों, स्कूलों, सार्वजनिक स्थलों और प्रमुख राजमार्गों पर बड़े पैमाने पर पौधरोपण किया जाएगा। पौधों की फेंसिंग और दीर्घकालीन देखभाल इसका महत्वपूर्ण हिस्सा होगी, जिससे यह केवल प्रतीकात्मक अभियान न रहकर स्थायी बदलाव ला सके।

छात्रवृत्ति से संवार रहे बच्चों का भविष्य
अपने माता-पिता के नाम पर संचालित भंवरीदेवी सांवलचंद फाउंडेशन ने पिछले एक दशक में सैकड़ों आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को विद्या-आशीर्वाद स्कॉलरशिप के माध्यम से फीस, किताबें, शैक्षणिक सामग्री और अन्य सहायता प्रदान की है। उनकी यह पहल राजस्थान की दानवीर परंपरा भामाशाह की याद दिलाती है। फाउंडेशन ने स्वास्थ्य शिविर, मुफ्त ऑपरेशन सहयोग और उदयपुर स्थित नारायण सेवा संस्थान के लिए निरंतर सेवा कार्य कर यह सिद्ध किया है कि दूरी राज्यों को अलग नहीं करती, सेवा भावना उन्हें जोड़ती है।

गौशाला के माध्यम से सेवा
प्रकाश बाफना, मोकलसर प्रवासी संघ हुब्बल्ली के अध्यक्ष है। मोकलसर गांव के जैन समाज के करीब 70 परिवार हुब्बल्ली में निवास कर रहे हैं। श्री सिवांची जैन संघ हुब्बल्ली के निदेशक रह चुके हैं। बुदरसिंगी गांव स्थित शांतिनाथ गौशाला में शांतिनाथ गौशाला ट्रस्ट में उपाध्यक्ष के पद पर कार्यरत है। गौशाला में पिछले डेढ़ दशक से बीमार, बुजुर्ग व अपाहिज 180 से अधिक देशी नस्ल की गौवंश की सेवा की जा रही है।

अस्पताल में सेवा कार्य
हुब्बल्ली धारवाड़ ऑटोमोबाइल एसोसिएशन के निदेशक है। महावीर इन्टरनेशनल हुब्बल्ली चैप्टर के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। महावीर इन्टरनेशनल के माध्यम से नौनिहालों को किट्स वितरित किए गए। सेवा भारती ट्रस्ट में सक्रिय सदस्य है। सेवा भारती की ओर से किम्स अस्पताल में मात्र पांच रुपए में भोजन उपलब्ध करवाया जाता है। साथ ही रोटरी क्लब ऑफ विद्यानगर से भी सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं।