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हुबली

ईदगाह मैदान में गणेश प्रतिमा स्थापित करने का आग्रह

विधायक अरविंद बेल्लद ने मुख्यमंत्री से गणेश उत्सव के दौरान हुब्बल्ली के रानी चेन्नम्मा सर्कल स्थित ईदगाह मैदान में गणेश प्रतिमा स्थापित करने की अनुमति देने का आग्रह किया है।

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विधायक अरविंद बेल्लद ने सरकार से की मांग
हुब्बल्ली. विधायक अरविंद बेल्लद ने मुख्यमंत्री से गणेश उत्सव के दौरान हुब्बल्ली के रानी चेन्नम्मा सर्कल स्थित ईदगाह मैदान में गणेश प्रतिमा स्थापित करने की अनुमति देने का आग्रह किया है।
शहर के सर्किट हाउस में बुधवार को संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए बेल्लद ने कहा कि सरकार ने पिछले साल गणेश चतुर्थी के अवसर पर मूर्ति स्थापित करने की अनुमति दी थी। इस वर्ष भी इसी तर्ज पर अनुमति देनी चाहिए। इस बीच सरकार हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम कर रही है, जो निंदनीय है। इस बारे में मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अनुमति देने का आनुरोध किया जाएगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि इस बार मूर्ति स्थापित कर इसे भव्यता से मनाने की तैयारी की गई है और हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम से भी अनुरोध किया गया है परन्तु मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या के नेतृत्व की कांग्रेस सरकार अल्पसंख्यकों की तुष्टिकरण के लिए अनुमति नहीं दे रही है।
बेल्लद ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही फैसला दे चुका है कि यह मैदान नगर निगम का है। न केवल इस मैदान का उपयोग सार्वजनिक उपयोग के लिए किया जा सकता है, बल्कि मुसलमानों को रमजान और बकरीद के त्योहार के दौरान ईदगाह मैदान में नमाज अदा करने की भी अनुमति दी है।
उन्होंने कहा कि गणेश चतुर्थी महोत्सव के उपलक्ष्य में मूर्ति स्थापना की अनुमति नहीं देकर जिद्द पूरी की जा रही है। मूर्ति स्थापित करने की अनुमति नहीं से अगर हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर में अशांति होती है, तो इसके लिए सरकार ही जिम्मेदार होगी। हिन्दू धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ नहीं करके भाईचारे का प्रतीक गणेश मूर्ति स्थापित करने के लिए अनुमति देनी चाहिए।
बेल्लद ने कहा कि ईदगाह मैदान में गणेश स्थापना की अनुमति देने में देरी न करें। सरकार अनुमति दे या न दें हर कीमत पर मूर्ति स्थापित की जाएगी। सरकार को गणेश और उसके भक्तों के क्रोध का कारण नहीं बनना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी ने एक माह पूर्व ही सरकार को पत्र लिखा है परन्तु अभी तक सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया है। यह नगर निगम की जगह है, इसमें सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए।
अधिकारी सरकार के इशारों पर कार्य करते हैं। हम जनप्रतिनिधि हैं जनता की भावनाओं को सरकार तक पहुंचाना हमारा कार्य है। सरकार अल्पसंख्यकों को खुश करने के लिए ऐसा कर रही है। कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद राज्य में देश विरोधी संगठनों के हौसले बड़ गए हैं।
संवाददाता सम्मेलन में विधायक एम.आर.पाटिल, महानगर निगम में सभा नेता शिवु हिरेमठ, भाजपा महानगर अध्यक्ष संजय कपटकर, हुब्बल्ली-धारवाड़ सेंट्रल विधानसभा क्षेत्र भाजपा अध्यक्ष संतोष चव्हाण, पूर्व अध्यक्ष प्रभु नवलगुंदमठ, पार्षद शिवु मेणसिनकाई, दत्तमूर्ति कुलकर्णी आदि उपस्थित थे।

मुनेनकोप्पा-जोशी का पुराना रिश्ता
पिछली भाजपा सरकार में तत्कालीन मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के कार्यकाल में निगम बोर्ड की लगभग 78 पदों को एक ही निर्वाचन क्षेत्र को दिए जाने के मुद्दे के बारे में पूछने पर बेल्लद ने कहा कि मुख्यमंत्री जिस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं उस पर अधिक जोर देना सामान्य बात है।
पूर्व मंत्री मुनेनकोप्पा के केंद्रीय मंत्री जोशी से नाराजगी के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि दोनों का पुराना रिश्ता है। इसके चलते थोड़ी नाराजगी हो सकती है। जगदीश शेट्टर का मामला थोड़ा अलग है। टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर पार्टी छोडक़र चले गए हैं। युवाओं को मौका देने के उद्देश्य से महेश टेंगिनकाई को टिकट दिया।
भाजपा की ओर से अभी तक विपक्ष के नेता का चयन नहीं करने के बारे में पूछने पर बेल्लद ने कहा कि इस पर पार्टी फैसला करेगी। विपक्ष का नेता का चयन नहीं होने के बाद भी विधानसभा सत्र में हमने सामूहिक नेतृत्व में सरकार से सवाल पूछा है।
बीके हरिप्रसाद की सीएम से नाराजगी के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि दूसरी पार्टी के आकर मुख्यमंत्री बने सिद्धरामय्या से मूल कांग्रेसी नाराज हैं। गारंटी के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव तक गारंटी को जारी रखेगी।