
सुकून की तलाश कीजिए, जरूरतें कभी खत्म नहीं होंगी
गदग
श्री राजस्थान जैन श्वेताम्बर मूर्ति पूजक संघ के तत्वावधान में गुरुवार को पारश्वनाथ जैन मंदिर के प्रांगण में साध्वी परागप्रभाश्री, साध्वी अक्षयप्रभाश्री, साध्वी विरागप्रभाश्री, साध्वी पराथप्रभाश्री के पावन सानिध्य में भगवान महावीर गोशाला के मुक प्राणियों के लिए पूनम और रक्षाबंधन निमित खाद्य सामग्री एकत्र कर के गोशाला में दी गई।
साध्वी परागप्रभाश्री ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि पूरी दुनिया में सभ्यता के विकास के साथ ही विभिन्न धर्मों की स्थापना हुई और हर धर्म मनुष्य जीवन को नैतिकता, इमानदारी एवं सच्चाई का साथ देते हुए जीवन जीने की प्रेरणा देते हैं।
विश्व के लगभग सभी धर्म हमें दूसरों की भलाई करना एवं एक संतुलित जीवन जीने की प्रेरणा देते हैं। साथ ही हर धर्म की पूजा पद्धति भी अलग-अलग होती है, लेकिन वे सभी अलग-अलग तरीकों से लोगों को एक साथ जुड़े रहने की प्रेरणा देते हैं। अर्थात सभी धर्मों के मूल में कौमी एकता को प्रोत्साहित करने की भावना का समावेश होता है। दूसरे शब्दों में अगर कहा जाए तो हर धर्म की स्थापना के पीछे एकमात्र उद्देश्य पारम्परिक एकता को बढ़ाना है तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। हर धर्म लोगों को एक साथ मिलकर समाज को बेहतरी के रास्ते पर आगे बढऩे की प्रेरणा देते हैं।
सभी धर्मों का विकास लोगों को एकजुट रखने के लिए ही हुआ है। इस अवसर पर मूर्ति पूजक संघ के समिति सदस्य राजेश श्री श्री माल, संघ के वरिष्ठ जवाहरलाल बंदा, गौतमचंद कवाड़, मुकेश बाफना, मनोज पोरवाल, अनीता ओसवाल, लक्ष्मी पारेख, भंवरीबाई गादिया समेत कई सदस्य उपस्थित थे।
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Published on:
31 Aug 2023 06:19 pm
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