
हुब्बल्ली के पास बुदरसिंगी गांव स्थित दुर्गा माता मंदिर में नवरात्रि पूजा महोत्सव में शामिल भक्तगण।
गुरुवार से शारदीय नवरात्रि शुरू हो गए। हिंदू धर्म में नवरात्रि के त्योहार का विशेष महत्व होता है। नवरात्रि पर देवी दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की विशेष रूप से पूजा की जाती है। आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से लेकर नवमी तिथि तक शारदीय नवरात्रि रहती है। शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना के साथ विधि-विधान से मां दुर्गा की पूजा और अनुष्ठान आरंभ हुए। नवरात्रि के पहले दिन घट (कलश) स्थापना की गई। इसे माता की चौकी बैठाना भी कहा जाता है। इसके लिए दिनभर में दो ही मुहूर्त थे। नवरात्रि का पहला दिन कलश स्थापना और मां शैलपुत्री की आराधना का महत्व होता है। नवरात्रि के प्रथम दिन मां शैलपुत्री का पूजन करते हैं, उन्हें जीवन में स्थिरता और शांति मिलती है। शैलपुत्री मां की पूजा से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है और मनुष्य की भक्ति शक्ति में वृद्धि होती है। कलश स्थापना के बाद नौ दिनों तक देवी दुर्गा की पूजा की जाती है। प्रतिदिन देवी के एक रूप की पूजा होती है और साधक नियमपूर्वक व्रत, ध्यान और आराधना करता है। देवी भागवत और मार्कंडेय पुराण के मुताबिक नवरात्रि के नौ दिनों तक देवी पूजा और व्रत करने का विधान है। हुब्बल्ली समेत अन्य शहरों के दुर्गा माता मंदिर में दिनभर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी।
बुदरसिंगी दुर्गा माता मंदिर में नवरात्रि पूजा महोत्सव
राजस्थान राजपूत समाज संघ हुब्बल्ली के तत्वावधान में नवरात्रि के अवसर पर हुब्बल्ली के पास बुदरसिंगी गांव स्थित दुर्गा माता मंदिर में नवरात्रि पूजा महोत्सव का आयोजन किया गया। पहले दिन राजस्थान राजपूत समाज संघ हुब्बल्ली के अध्यक्ष पर्बतसिंह खींची एवं संघ के वरिष्ठ सदस्य खेतसिंह राठौड़ पूजा में बैठे। इस अवसर पर राजपूत समाज के कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। राजस्थान राजपूत समाज संघ हुब्बल्ली के सह सचिव रिड़मलसिंह सोलंकी सिवाना ने बताया कि नवरात्रि के अवसर पर रोजाना 12 अक्टूबर तक दुर्गा माता की नवरात्रि पूजा का आयोजन चलेगा। रोजाना सुबह 10 से 11 बजे तक पूजा की जाएगी। भक्तगण प्रतिदिन दुर्गा माता के दर्शन एवं पूजन कर सकेंगे। होम अष्ठमी का पर्व 11 अक्टूबर तथा दशहरा 12 अक्टूबर को मनाया जाएगा। महोत्सव को लेकर मंदिर परिसर में विशेष सजावट एवं रोशनी की गई है। राजस्थान राजपूत समाज संघ हुब्बल्ली के साथ ही राजपूत क्षत्रिय संघ, राजस्थान राजपूत नवयुवक मंडल समेत अन्य संघ व्यवस्थाओं में सहयोग कर रहे है।
Published on:
03 Oct 2024 02:51 pm
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