17 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

संतोष से बड़ा सुख और धन दुनिया में दूसरा कुछ नहीं, अभिमान को हटाने के लिए विनम्रता को अपनाएं

श्री नागेश्वर पाश्र्व भैरव धाम अवलगेरे (दावणगेरे) में विराजित साध्वी भव्य गुणाश्री ने अपने संदेश में कहा कि जिंदगी को स्वर्ग सरीखे आनंद और मिठासभरी बनाना चाहते हो तो अपने जीवन से पांच दोषों को हमेशा के लिए समाप्त कर दो।

less than 1 minute read
Google source verification
साध्वी शीतल गुणाश्री एवं साध्वी भव्य गुणाश्री

साध्वी शीतल गुणाश्री एवं साध्वी भव्य गुणाश्री

लोभ को हटाने के लिए संतोष को अपनाएं
साध्वी भव्य गुणाश्री ने कहा, ये पांच दोष हैंं- स्वभाव में पलने वाला गुस्सा, भीतर में पलने वाला अहंकार-अभिमान या ईगो, छल-प्रपंच या माया, लोभ और ईष्र्या। अभिमान को हटाने विनम्रता को अपना लो। माया को हटाने मित्रता को अपना लो। लोभ को हटाने संतोष को अपना लो। संतोष से बड़ा सुख और धन दुनिया में और कुछ होता नहीं है। ईष्र्या को हटाने सबको अपना मान लो। औरों की खुशी में खुश होना और औरों के दुख को बांटना सीख लो।

अच्छी सोच का मालिक बनें
इस अवसर पर साध्वी शीतल गुणाश्री ने कहा कि हर आदमी को अपने जीवन में अच्छे स्वभाव, अच्छी सोच का मालिक होना ही चाहिए। यही वे सद्गुण हैं जो आदमी के वर्तमान को भी उज्ज्वल बनाते हैं। जैसा आदमी का नेचर होता है, वैसा ही फ्यूचर होता है। श्री शंखेश्वर पाश्र्व-राजेन्द्र सूरि संघ काईपेट के ट्रस्ट अध्यक्ष पूनमचंद जैन ने बताया कि साध्वीवृंद का चातुर्मास प्रवेशोत्सव 2 जुलाई 2025 को शंखेश्वर पाश्र्व-राजेन्द्र गुरु मंदिर मे होगा।


बड़ी खबरें

View All

हुबली

कर्नाटक

ट्रेंडिंग