आंध्रप्रदेश : टीडीपी ने 50 हजार करोड़ के टीडीआर बांड घोटाले का आरोप लगाया
अकेले तिरुपति शहर में 2.89 लाख वर्ग गज भूमि के अधिग्रहण के लिए 4,052 करोड़ रुपये के टीडीआर बांड जारी किए
![](data:image/svg+xml,%3csvg%20xmlns=%27http://www.w3.org/2000/svg%27%20version=%271.1%27%20width=%27400%27%20height=%27266%27/%3e)
![आंध्रप्रदेश : टीडीपी ने 50 हजार करोड़ के टीडीआर बांड घोटाले का आरोप लगाया](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fcms.patrika.com%2Fwp-content%2Fuploads%2F2023%2F12%2F09%2Fscam.jpg%3Ffit%3Dcover%2Cgravity%3Dauto%2Cquality%3D75&w=828&q=75)
आंध्रप्रदेश : टीडीपी ने 50 हजार करोड़ के टीडीआर बांड घोटाले का आरोप लगाया
विजयवाड़ा . विपक्षी टीडीपी ने आरोप लगाया कि हस्तांतरणीय विकास अधिकार (टीडीआर) बांड जारी करने में राज्य भर में 45,000 से 50,000 करोड़ रुपये का बड़ा घोटाला हुआ है। पार्टी के आधिकारिक प्रवक्ता, अनम वेंकट रमण रेड्डी ने कहा कि सभी नियमों का उल्लंघन किया गया और सत्तारूढ़ पार्टी के पदाधिकारियों को अत्यधिक कीमतों पर टीडीआर बांड जारी करने के लिए भूमि के मूल्य को बढ़ाया गया।
उन्होंने आगे दावा किया कि अकेले तिरुपति शहर में 2.89 लाख वर्ग गज भूमि के अधिग्रहण के लिए 4,052 करोड़ रुपये के टीडीआर बांड जारी किए गए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि एक वर्ग गज ज़मीन की कीमत 1.4 लाख आंकी गई, यानी एक एकड़ ज़मीन की कीमत 67.2 करोड़ आंकी गई। जमीन की इतनी ऊंची कीमतें हैदराबाद के प्रमुख इलाकों में भी नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि ‘घोटाले’ की कार्यप्रणाली यह थी कि मास्टरप्लान सडक़ें बनाने के लिए अधिग्रहित की गई सभी भूमि को वाणिज्यिक भूमि के रूप में दिखाया गया था, भले ही कोई भूमि रूपांतरण नहीं किया गया था। उन्होंने दावा किया कि यह सुझाव देने के लिए कोई रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है कि इन ज़मीनों को आवासीय या कृषि उपयोग से व्यावसायिक भूमि में बदल दिया गया है। हालांकि आवासीय और कृषि भूमि को व्यावसायिक भूमि के रूप में दिखाकर, उक्त भूमि के मूल्य से चार गुना टीडीआर बांड जारी किए गए थे। ये बांड खुले बाजार में वास्तविक मूल्य के न्यूनतम 45त्न प्रीमियम पर खरीदे जा रहे हैं।
Hindi News/ Hyderabad / आंध्रप्रदेश : टीडीपी ने 50 हजार करोड़ के टीडीआर बांड घोटाले का आरोप लगाया