
टैबलेट सत्यापन के लिए 22 किलो मीटर की दौड़
डॉ. आंबेडकर नगर (महू).
सोमवार को बड़ी संख्या में प्राथमिक स्तर के शिक्षक महू बीआरसी कार्यालय पहुंचे। यहां ऑपरेटर द्वारा दस्तावेज पोर्टल पर अललोड कर सत्यापन फॉर्म दिया गया। इसके बाद शिक्षकों को इस फॉर्म पर बीआरसीए एमआइएस और ईगवर्नेस मैनेजर के साइन कराने थे। बीआरसी और एमआइएस के साइन तो हो गए। लेकिन ईगवर्नेस मैनेजर अंकिता पोरवाल यहां मौजूद नहीं थीं, जिसके बाद सभी शिक्षकों को 22 किमी दूर कलेक्टर कार्यालय जाना पड़ा। जबकि मैनेजर पोरवाल की टैबलेट सत्यापन के लिए महू बीआरसी कार्यालय में ड्यूटी लगाई गई है। लेकिन वे एक बार भी बीआरसी कार्यालय नहीं आई। बीआरसी अनुराग भारद्वाज ने बताया कि ईगवर्नेस मैनेजर के साइन के लिए शिक्षकों को बीआरसी कार्यालय से सीधे कलेक्टर कार्यालय जाना पड़ रहा है क्योंकि इस सत्यापन फॉर्म के अपलोड होने के बाद भी शिक्षकों के खातों में 10 हजार रुपए आएंगे।
704 शिक्षक हैं पात्र
योजना के तहत महू ब्लॉक में प्राथमिक स्तर के 704 शिक्षक हैं। सोमवार को 125 शिक्षक सत्यापन के लिए बीआरसी कार्यालय और कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। ं अब तक 325 से अधिक शिक्षक टैबलेट खरीदकर सत्यापन करा चुके हैं।
नया पेंच फंसा
इधर, टैबलेट प्रक्रिया को लेकर नया पेंच फंस गया है। दरअसल, कई प्राथमिक शिक्षक माध्यमिक स्तर के स्कूलों में पढ़ा रहे हैं। टैबलेट लेने के बाद जब बीआरसी कार्यालय पहुंच रहे हैं, तो सिस्टम में शिक्षक के साथ स्कूल का नाम पर डालने पर अयोग्य बताया जा रहा है। सोमवार को भी बीआरसी कार्यालय में इस तरह के तीन-चार केस सामने आए हैं।
Published on:
14 Mar 2023 12:38 pm
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