सिद्धार्थ मल्होत्रा अभिनीत ए जेंटलमेन ने बड़े पर्दे पर ठीक ठाक शुरुआत की है।
मुंबई. सिद्धार्थ मल्होत्रा अभिनीत ए जेंटलमेन ने बड़े पर्दे पर ठीक ठाक शुरुआत की है। सिद्धार्थ मल्होत्रा के फैंस के लिए ही बनी यह फिल्म पूरी तरह से एक्शन आधारित फिल्म है लेकिन इसमें एक्शन वैसा नहीं है जैसा कि फुल एक्शन बेस्ड फिल्मों में होता है। डबल रोल में नजर आने वाले सिद्धार्थ मल्होत्रा ने इस बार पहले से बहुत बेहतर अभिनय किया है। इसमें उनका साथ दिया है जैकलीन फर्नांडिस और सुनील शेट्टी ने।
जैकलीन ने इसमें भी अपनी कई प्रतिभाएं दिखाई हैं जिसमें डांस और कॉमेडी टाइमिंग खास है। सुनील ने लंबे समय बाद पर्दे पर वापसी की है और वे इसमें सिद्धार्थ मल्होत्रा के पिता बने हैं। यह फिल्म देखा जाए तो सलमान खान की जुड़वा से मिलती जुलती है लेकिन फिर भी नए दौर के बहुत सारे बदलाव इसमें देखने को मिलते हैं। जिस तह से जुड़वा में एक किरदार कमजोर और दूसरा मजबूत था ठीक उसी तरह से इसमें भी एक किरदार कमजोर और दूसरा मजबूत बताया गया है। ठीक जुड़वा की तरह ही इसमें भी गौरव यानी कि सिद्धार्थ मल्होत्रा का सीधा रूप ऋषि यानी की सिद्धार्थ मल्होत्रा के दूसरे और टफ रोल से परेशान है।
फिल्म पूरी तरह से आइडेंटी मिस्टेकन पर बेस्ड है जिसमें ऋषि की हरकतों का खामियाजा गौरव को भुगतना पड़ता है। गौरव बहुत ही सीधा साधा लड़का है और उसे जैकलिन यानी की काव्या से प्यार रहता है लेकिन काव्या को एक ऐसा लड़का चाहिए जो थोड़ी रिस्क ले या फिर थोड़ा टफ हो। यह गुण गौरव के हमशक्ल यानी कि ऋषि में मौजूद रहते हैं। इस फिल्म में लव एंगल भी बहुत ही रोचक है और दर्शकों को आकर्षित करता है।
फिल्म में सुनील शेट्टी ने लंबे समय बाद वापसी की है और वे ऋषि के गॉडफादर बने हैं। वे इस फिल्म में कर्नल की भूमिका में भी हैं। ऋषि को पकड़ कर लाने का निर्देश सुनील ही देते हैं और ऋषि उनके जासूसों से बचता और भागता फिरता है।
क्या खास है
फिल्म के गाने बहुत बेहतर हैं और लोकेशन भी अच्छी ली गई हैं। डायरेक्शन बेहतर है लेकिन कहानी थोड़ी और रोचक हो सकती थी। सिद्धार्थ मल्होत्रा और जैकलीन के बीच गरमागरम किसिंग सींस भी फिल्माए गए हैं जो युवाओं को ध्यान में रखकर लिए गए हैं। काफी हद तक फिल्म खुद को आपसे जोडऩे में सफल रहती है और बोर नहीं होने देती है। किसी भी उम्र के दर्शक को एक बार फिल्म को देखने में कोई पछतावा नहीं होगा।