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टॉयलेट पर बन गई एक प्रेम कथा, लेकिन इनकी कथा से अब भी दूर है शौचालय

शौचालय बनवाने भटक रहा परिवार,बार-बार गुहार लगाने के बाद भी नहीं दिया जा रहा है ध्यान

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toilet ek prem katha

wife said to the husband- make the toilets

इंदौर। देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर के पास नालछा गांव के एक परिवार की कहानी सुन आप हैरान हो जाएंगे। एक ओर जहंा फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार ने टॉयलेट के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए प्रेम कथा बना दी और महानायक अमिताभ बच्चन बार-बार दरवाजा बंद करो की रट लगाए दिखते है वहीं दूसरी ओर नालछा गांव का एक परिवार ऐसा भी है जो घर में शौचालय बनवाने के लिए पिछले एक साल से दर-दर भटक रहा है।


जी हां सभी गांव और शहरों में स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालय बनवाने पर जोर है। नालछा पंचायत में भी इसके तहत शौचालय बनाए गए है , लेकिन एक गांव के परिवार को शौचालय बनवाने के लिए परेशान करने का मामला सामने आया है। ग्राम नालछा पंचायत के गांव बेड़ापुरा में सभी जगह शौचालय बन गए हैं। यहां एक परिवार सालभर से शौचालय बनवाने के लिए पंचायत के चक्कर लगा रहा है।

संबंधित विभाग के सरपंच के साथ अधिकारी व कर्मचारी को बार-बार एवं सचिव को शिकायत के बाद भी उसके घर में शौचालय नहीं बन रहा है। बेड़ापुरा के निवासी मुन्नालाल पिता कन्हैया पटेल और उनकी पत्नी संगीता शौचालय को लेकर काफी परेशान हंै।1 साल से दंपती पंचायत में जाकर अपनी सूचना दे रहे हैं पर संबंधित विभाग के कर्मचारी अनदेखी कर रहे हैं। बेड़ापुरा के मुन्नालाल और उनकी पत्नी संगीता ने आरोप लगाते हुए बताया कि हम काफी परेशान हो चुके हैं। हमारे घर में छोटे-छोटे बच्चे हैं और बारिश में बहुत परेशानी होती है। हमारे घर में मेहमान भी आते हैं पर शौच के लिए हमें व मेहमानों को खुले में जाना पड़ता है।

कई बार ग्राम पंचायत में इसकी सूचना भी दी पर कोई सुनने वाला नहीं है। गांव में जगह-जगह शौचालय बन चुके हैं। हमारा घर अछूता है। उन्होंने बताया कि वे जल्द ही जनसुनवाई में धार कलेक्टर से मिलकर अपनी पीड़ा बताएंगे। इस बारे नालछा जनपद के सीईओ बीएस मुवेल ने बताया कि आपके माध्यम से मामला जानकारी में आया है। मैं इसे दिखवाता हूं कि पात्रता सूची में इनका नाम है या नहीं है और नाम होगा तो जल्द ही शौचालय बनवाया जाएगा। मैं संबंधित से बात कर मौका मुआयना करने के लिए भी कहता हूं।