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22 मई तक एमपी में तेज आंधी-बारिश का अलर्ट, चक्रवात ने बिगाड़ा मौसम

MP Weather: भारत मौसम विज्ञान केंद्र भोपाल के वैज्ञानिक डॉ. अभिजीत चक्रवर्ती ने बताया कि 22 मई तक बारिश के आसार हैं। प्रदेश के ऊपर से ऊपरी हवा का चक्रवात गुजर रहा है, जिसकी ऊंचाई भी अधिक नहीं है। इस वजह से बारिश की संभावना बनी है।

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65 जिलों में बारिश की आशंका

MP Weather: भीषण गर्मी तो कभी बादल-बारिश का दौर जारी है। इस साल मई माह में तापमान में अधिक बढ़ोतरी दर्ज नहीं हो पाई है। मई की शुरुआत में अधिकतम तापमान 42 डिग्री तक दर्ज हुआ। पश्चिमी विक्षोभ व चक्रवातीय सिस्टम के कारण इसमें कमी आई। 7 मई को अधिकतम तापमान 28.6 डिग्री तक पहुंच गया था, जबकि पिछले वर्ष 7 मई को यह 40.5 डिग्री था। मई 2024 की तुलना में मई 2025 में अधिकतम व न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री तक कमी दर्ज हुई है। उधर, शनिवार रात तेज बारिश ने शहर को भिगोया।

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तूफानी रात ने रोकी राह

शनिवार को अधिकतम तापमान 38.2 डिग्री व न्यूनतम तापमान 25.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। एक दिन पहले यह 36.9 डिग्री व 26 डिग्री रहा था। 24 घंटे में दिन के तापमान में 1.3 डिग्री की बढ़ोतरी व रात के तापमान में 0.8 डिग्री की कमी दर्ज हुई। दिन में हवा की गति २५ किमी प्रतिघंटा रही। रात को बदले मौसम के कारण कई जगह पानी भर गया। इससे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। शास्त्री ब्रिज पर पेड़ गिर गया। आंधी-बारिश के कारण बार-बार बिजली गुल होती रही। लोगों ने बिजली कंपनी के दफ्तर में फोन लगाए।

चक्रवात से 22 मई तक बारिश के आसार

भारत मौसम विज्ञान केंद्र भोपाल(MP Weather) के वैज्ञानिक डॉ. अभिजीत चक्रवर्ती ने बताया कि 22 मई तक बारिश के आसार हैं। प्रदेश के ऊपर से ऊपरी हवा का चक्रवात गुजर रहा है, जिसकी ऊंचाई भी अधिक नहीं है। इस वजह से बारिश की संभावना बनी है। अगर सिस्टम कमजोर होता है तो तापमान में बढ़त दर्ज होगी।

ऐसी रही मौसम की स्थिति

  • एक चक्रवातीय परिसंचरण उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उसके निकटवर्ती क्षेत्रों में समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर ऊंचाई पर सक्रिय है।
  • चक्रवातीय परिसंचरण से एक ट्रफ उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश से पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल से होते हुए पूर्वी बांग्लादेश तक समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर की ऊंचाई पर फैला है।
  • एक चक्रवातीय परिसंचरण पूर्व मध्य और उससे सटे उत्तर-पूर्व अरब सागर और दक्षिण गुजरात-उत्तर कोंकण तट पर समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर की ऊंचाई पर बना हुआ है।