इंदौर। शहर के बीचो-बीच व्यस्ततम इलाके में जहां राजवाड़ा जैसी ऐतिहासिक इमारत शहर की पहचान बनी हुई है, उसी से कुछ ही दूरी पर एक ऐसा मंदिर है जो फिल्म मुगले-आजम के शीशमहल की याद दिलाता है। जैसा कि नाम से स्पष्ट होता है, यह मंदिर पूरी तरह से शीशे का बना है। छत और दीवारें ही नहीं, नीचे का फर्श भी कांच का है। इसीलिए इसे कांच मंदिर कहा जाता है।