इंदौर के चिडिय़ाघर में फिलहाल मौजूद सभी 11 शेर एक ही ब्लड लाइन के हैं। इससे उनका डीएनए पुल भी एक समान ही है। इस कारण कुछ पीढ़ी बाद शेरों में विकृती आने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। इसके चलते शेरों की ब्लड लाइन में बदलाव के लिए एक्सचेंज के तहत भिवानी हरियाणा से इसी उम्र का नया शेर शिवाजी लाया जाएगा। ये शेर दिसंबर के दूसरे सप्ताह तक इंदौर आ जाएगा।
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जंगली भैंसा और रिया लाने की तैयारी
चिडिय़ाघर प्रशासन ने इंदौर में जंगली भैंसा लाने की तैयारी भी कर ली है। त्रिवेंद्रम चिडिय़ाघर से इसे लाएंगे। त्रिवेंद्रम चिडिय़ाघर को शेरों का जोड़ा और लंगूर का जोड़ा देकर बदले में जंगली भैंसे का जोड़ा और दुनिया का चौथा बड़ा और न उड़ सकने वाला पक्षी रिया लाने की तैयारी है। इंदौर चिडिय़ाघर में अब तक जंगली भैंसा नहीं था। वहीं दक्षिण अमरीकी देशों में पाया जाने वाला रिया भी पहली बार इंदौर के लोग देख सकेंगे। अभी इसके लिए केंद्रीय जू प्राधिकरण (सीजेडए) की अनुमति आना बाकी है।
इंदौर चिडिय़ाघर के प्रभारी डॉ. उत्तम यादव के मुताबिक सीजेडए की गाइडलाइन के मुताबिक जानवरों की ब्लडलाइन में बदलाव करना जरूरी है। इसके चलते हम शेरों की अदला-बदली कर रहे हैं। और भी नए जानवरों को लाने के लिए कोशिश कर रहे हैं।