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शराब पॉलिसी : ये मयखाने नियम विरूद्ध, धर्मस्थल-स्कूल के आसपास शराबी

धर्मस्थलों, स्कूल-कॉलेज और सार्वजनिक स्थानों से शराब दुकानें हटाने पर संशय

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शराब पॉलिसी : ये मयखाने नियम विरूद्ध, धर्मस्थल-स्कूल के आसपास शराबी

शराब पॉलिसी : ये मयखाने नियम विरूद्ध, धर्मस्थल-स्कूल के आसपास शराबी

भूपेन्द्र सिंह@इंदौर. श्रद्धालुओं और विद्यार्थियों के बीच पूरे साल नशेड़ियों का मजमा लगा रहा। 1 अप्रेल से फिर नए शराब ठेके होने हैं, जिनकी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। वर्तमान पॉलिसी के तहत धर्मस्थलों, स्कूल-कॉलेजों और सार्वजनिक स्थानों की 50 मीटर की परिधि में शराब दुकान नहीं होनी चाहिए, लेकिन इसका पालन नहीं किया गया। कई जगह नियम टूटे हैं। अब 100 मीटर तक शराब दुकान नहीं होने का नियम है। इस नियम का पालन होना भी मुश्किल दिख रहा है। पत्रिका टीम ने शहर की कई दुकानें चिन्हित कीं, जो 50 से 100 मीटर का पालन नहीं कर रही हैं। वर्तमान दुकानों का ही रिन्युअल होना है। आबकारी अमले को इन्हें हटाने की प्रक्रिया अभी से शुरू करनी चाहिए, लेकिन ऐसा कुछ नहीं किया जा रहा है।

राजबाड़ा
मंदिरों की बीच दुकान, पर्यटकों का शराबियों से सामना

राजबाड़ा चौक पर लंबे समय से शराब दुकान है। इसके दोनों ओर हनुमान मंदिर हैं। राजबाड़ा के अंदर मल्हारी मार्तंड, पास में बांकेबिहारी मंदिर और सामने महालक्ष्मी मंदिर है। सभी मंदिरों में हर रोज बड़ी संख्या में लोग दर्शन करने आते हैं। राजबाड़ा को देखने के लिए भी पर्यटकों की भीड़ लगती है। महिलाओं के परिधान का बड़ा बाजार भी राजबाड़ा पर होने से चौक पर महिलाओं और युवतियों की भीड़ रहती है। इन सबके बीच शराब बिक्री होती है। सभी का शराबियों से सामना होता है, लेकिन अफसर इस दुकान को हटा नहीं सके हैं।

जिंसी चौराहा
दो मंदिर-मस्जिद के पास मयखाना

जिंसी चौराहे पर लंबे समय से शराब दुकान है। देशी-विदेशी शराब की बिक्री होने के साथ ही यहां पीने की व्यवस्था भी है। सुबह से देर रात तक नशेड़ियों का आना-जाना लगा रहता है। चौराहे से सटकर और पास वाली गली में मस्जिद है। इसी गली में और मेन रोड पर बनी धर्मशाला में भी मंदिर हैं। इन धर्मस्थलों पर बड़ी संख्या में लोग आते हैं। विशेष मौकों पर ज्यादा भीड़ होती है। इन्हीं के बीच नशेड़ियों की चहलकदमी भी होती है। कई बार नशेड़ी लोगों से विवाद करते हैं। यहां मौजूद पुलिस चौकी से भी राहत नहीं मिलती है। क्षेत्र के लोगों ने कई बार शराब दुकान हटाने की मांग की, लेकिन ध्यान ही नहीं दिया।

राजमोहल्ला
दो स्कूल, एक मंदिर, गुरुद्वारा की बीच शराब दुकान

राजमोहल्ला चौराहे की शराब दुकान के ठीक पीछे मंदिर है। कुछ ही दूरी पर गुरुद्वारा है। दुकान की लाइन में ही खालसा स्कूल और कॉलेज है। सामने वैष्णव स्कूल का गेट है। जहां से वैष्णव हायर सेकंडरी और एकेडमी स्कूल के बच्चों की आवाजाही होती है। दुकान के पास और सामने सिटी बस, वैन-मैजिक और ई-रिक्शा का स्टॉप है। महिलाएं-बच्चे लोक परिवहन के लिए यहीं रूकते हैं। बच्चों और महिलाओं के इर्द-गिर्द सुबह से देर रात तक नशेड़ियों का मजमा लगा रहता है। यहां से शराब दुकान हटाना जरूरी है।

- 1 अप्रेल से धर्मस्थल और शैक्षणिक संस्थानों के 100 मीटर की परिधि में शराब दुकान नहीं होनी चाहिए। इसे लेकर आबकारी विभाग योजना बना रहा है। जो दुकानें नियमों को पूरा नहीं कर रही हैं, उन्हें वहां से हटाया जाएगा। - राजीव मुद्गल, कंट्रोलर, आबकारी विभाग