लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों के प्रति सुप्रीम कोर्ट की सख्ती का असर टूर्नामेंट के समारोह पर भी दिख रहा है। रणजी ट्रॉफी विजेता को मिलने वाली ट्रॉफी गुरुवार को इंदौर आ गई, लेकिन यह तय नहीं हुआ कि ट्रॉफी सौंपेगा कौन। परम्परा अनुसार बोर्ड और मेजबान संगठन का एक-एक पदाधिकारी ट्रॉफी देता है। बोर्ड अध्यक्ष और सचिव के हटने के बाद तय नहीं हो पाया कि पुरस्कार वितरण किससे करवाएं। एमपीसीए से भी अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और चेयरमैन सहित चार लोग पद छोड़ चुके हैं। हालांकि सचिव होने से यहां बड़ी परेशानी नहीं है। गुरुवार रात तक एमपीसीए को बोर्ड प्रतिनिधि की जानकारी नहीं मिली थी।