
बसों के आगे बे-बस सरवटे स्टैंड
इंदौर।
नवनिर्मित सरवटे बस स्टैंड बसों के आगे बे-बस नजर आ रहा है। स्टैंड पर बसों के व्यवस्थित खड़े होने के दावों की पोल अब खुलने लगी है। सुबह से बसों को खड़े होने के लिए स्थान के लिए मशक्कत करना पड़ती है। इस अव्यवस्था का खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ता है।
दरअसल, सरवटे बस स्टैंड के निर्माण से पहले यहां से 600 से अधिक बसों का संचालन होता था, लेकिन निगम प्रशासन ने इस बस स्टैंड को यात्रियों की सुविधा के लिहाज से नया और व्यवस्थित बनाए जाने निर्माण लिया और हाल ही में नवनिर्मित स्टैंड से बसों का संचालन शुरू किया गया, जिसमें भोपाल, शाजापुर, गुना रूट को छोड़कर खंडवा, बुरहानपुर, धार, बड़वानी उज्जैन, आगर, देवास रूट की बसों का संचालन शुरू किया गया है। नए स्वरूप में तैयार बस स्टैंड पर बसों की संख्या भी कम कर दी गई और रूट भी कम किए गए। इसके बाद भी बसों को खड़े होने के लिए पर्याप्त स्थान नहीं मिल रहा है। सुबह से ही स्थिति ऐसी बन जाती है। बसें एक-दूसरे के पीछे खड़ी हो जाती हैं।
प्लेटफार्म की संख्या हुई कम
पुराने सरवटे बस स्टैंड पर 22 प्लेटफॉर्म हुआ करते थे, लेकिन वर्तमान में इनकी संख्या कम कर कर दी गई है। अब यहां 17 प्लेटफॉर्म हैं।जिस वजह से बसों को खड़े होने का पर्याप्त स्थान नहीं मिल पाता है। बसों के अव्यवस्थित खड़े रहने का खामियाजा यात्रियों को ही उठाना पड़ रहा है। समय से पहले आ जाती हैं बसें स्टैंड पर बसों को अपने समय से 15 मिनट पहले आने की अनुमति है, लेकिन कई बस चालक बसों को समय से पहले लेकर पहुंच जाते हैं। प्रशासन की सुस्त कार्यप्रणाली की वजह से यह स्थिति बन जाती है। बस स्टैंड के आसपास भी चालक बसों को खड़ी कर देते है जिससे भी स्थिति बिगड़ जाती है।
इनका कहना है
बसों को स्टैंड पर निर्धारित समय से 15 मिनट पहले लाने की अनुमति है। एक-दो मिनट हले भी आ जाती हैं। हमारी कोशिश है कि स्टैंड पर बसें समय पर ही आएं ताकि स्थिति नियंत्रण में रहे। समय से पहले बसो को लाने पर कार्रवाई करेंगे।
दिनेश पटेल
प्रभारी सरवटे बस स्टैंड
Published on:
05 Apr 2022 11:12 am
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