भय्यू महाराज व आयुषी से जुड़े वकील निवेश बडज़ात्या को फोन कर 5 करोड़ की फिरौती मांगने के मामले में एमआईजी पुलिस ने कैलाश पाटिल, अनुराग व सुमित चौधरी को गिरफ्तार किया। कैलाश भय्यू महाराज का पुराना ड्राइवर है, लेकिन उसे नौकरी से निकाल दिया गया था। उसे लग रहा था कि वकील के पास काफी पैसा है, जो धमकाने पर आसानी से दे देगा। पुलिस के समक्ष उसने भय्यू महाराज की आत्महत्या से जुड़े कई राज साझा किए। मामले की जांच कर रहे, सीएसपी खजराना एसएस तोमर ने उसके बयान लिए हैं। एएसपी शैलेंद्रसिंह चौहान बोले, आरोपियों को कोर्ट में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया है। कैलाश ने जो बातें बताई, उनकी जांच जारी है।
दो साल से चल रही थी साजिश बयान में कैलाश ने चौंकाने वाली बातें बताई हैं। कैलाश ने बताया, भय्यू महाराज को लोगों से करोड़ों रुपए मिलते थे। सारा पैसा विनायक दुधाले के जरिए जमा किया जाता था। कैलाश का दावा है 2 साल पहले महाराज के नजदीकियों ने ही उन्हें फंसाने की साजिश रची। करीब 23 साल की एक युवती की इंट्री महाराज के घर में कराई गई। वह कहू की केयर टेकर के नाम पर आई थी। भय्यू महाराज की सभी बातें उसे पता थीं। महाराज कई बार कठिन पूजा करते थे, उस दौरान भी वह साथ होती थी। युवती ने दावा किया कि उसके पास कुछ वीडियो हैं, जो महाराज को परेशानी में ला सकते हैं। कैलाश ने बताया, जिस दिन भय्यू महाराज ने आत्महत्या की उस दिन एक सेवादार के फोन पर उक्त युवती ने महाराज से बात की थी।
बड़ी मांग से घबरा गए थे सूत्रों के मुताबिक, कैलाश ने अफसरों के सामने दावा किया है कि युवती ने 30-40 करोड़ के आसपास की मांग की थी। वह चाहती थी कि महाराज बड़े कार्पोरेट घराने में 2-3 लाख रुपए महीने की नौकरी लगवाएं। मुंबई में बड़ा फ्लैट व बड़ी नकद राशि चुप रहने व सारी आपत्तिजनक वस्तुएं नष्ट करने के लिए दें। उस दिन एक चर्चित संत के खिलाफ पुलिस कार्रवाई हुई थी, जिससे महाराज और परेशान हो गए। हालांकि वह अफसरों के इस सवाल का वह जवाब नहीं दे पाया कि वह अब तक चुप क्यों था।
विनायक 8 तो दूसरा सेवादार 2 करोड़ ले गया कैलाश ने अफसरों को बताया, साजिश के तहत सारा पैसा हड़पा जा रहा था। जमीनों पर भी कब्जा हो गया है। विनायक 8 करोड़ रुपए ले गया। शुजालपुर से साथ आया सेवादार भी दो करोड़ रुपए ले गया। कैलाश को दो करोड़ देने की बात कही थी, उसके पास 25 लाख रुपए रखे भी थे, लेकिन बाद में आयुषी को देने की बात कहकर ले लिए गए। यह राशि आयुषी तक पहुंची भी नहीं। कैलाश को भी नौकरी से भी हटा दिया गया। बयान के बाद पुलिस ने विनायक और अन्य सेवादार की तलाश तेज कर दी है।